पोषण का संदेश देगा 'न्यूट्री विलेज', घर घर विकसित होगी पोषण वाटिका

बरेली में जल्द ही भुता या बिथरी चैनपुर ब्लॉक के एक गांव को न्यूट्री विलेज (पोषक गांव) मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इस गांव के हर घर में पोषण वाटिका तैयार की जाएगी। आइवीआरआइ फल और मौसमी सब्जियों के पौधे व बीज निश्शुल्क उपलब्ध कराएगा।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 08:10 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 09:38 AM (IST)
पोषण का संदेश देगा 'न्यूट्री विलेज', घर घर विकसित होगी पोषण वाटिका
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अपने कुछ संस्थानों में यह प्रयोग शुरू कर चुका है।

अखिल सक्सेना

बरेली,जेएनएन। बरेली में जल्द ही भुता या बिथरी चैनपुर ब्लॉक के एक गांव को न्यूट्री विलेज (पोषक गांव) मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इस गांव के हर घर में पोषण वाटिका तैयार की जाएगी। जहां भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) का कृषि विज्ञान केंद्र फल और मौसमी सब्जियों के पौधे व बीज निश्शुल्क उपलब्ध कराएगा। उन्हें फल-सब्जी उगाने के तरीके भी बताएगा। इसके जरिये घरों मेें सब्जी व फल उगाए जा सकेंगे। मंगलवार को कृषि विज्ञान केंद्र की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अपने कुछ संस्थानों में यह प्रयोग शुरू कर चुका है।

पांच हजार किसान हैैं पंजीकृत

आइवीआरआइ के कृषि विज्ञान केंद्र में करीब पांच हजार किसान पंजीकृत हैैं। केंद्र के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह बताते हैं कि भुता या बिथरी चैनपुर में से एक ब्लॉक के एक गांव को न्यूट्री विलेज (पोषक गांव) के लिए चयनित किया जाएगा। गांव के प्रत्येक घर को अमरूद, अनार, पपीता आदि मौसमी फल के पेड़ और बीज उपलब्ध कराने का भी प्रयास रहेगा।

कुपोषण को दूर करने के लिए लिया फैसला

डॉ. सिंह बताते हैैं कि गांव में काफी संख्या में कुपोषित महिलाएं और बच्चे मिलते हैैं। इसकी वजह है संतुलित आहार के अभाव में प्रोटीन और विटामिन की कमी। इस कमी को पूरा करने के लिए न्यूट्री विलेज कॉन्सेप्ट तैयार हुआ है। घरों में जगह के आधार पर पोषण वाटिका बनेगी। उन्हें टेक्नोलॉजी के साथ स्थानीय संसाधनों का इस्तेमाल करने के तरीके भी बताएंगे। जनवरी में योजना को अमलीजामा पहनाया जाएगा। ग्रामीणों को केंचुए देकर जैविक खाद बनाने के बारे में भी बताया जाएगा।

अंडे की मार्केटिंग करेगा कृषि विज्ञान केंद्र

कृषि विज्ञान केंद्र न्यूट्री विलेज के अलावा किसी एक गांव को मुर्गी व बकरी पालन के लिए भी तैयार करेगा। उन्हें मुर्गी पालनेे, अंडे की पैकेजिंग मार्केटिंग सहित तमाम चीजों का प्रशिक्षण मिलेगा। केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान से इसमें सहयोग मिलेगा।

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