किसानों के साथ होने वाली कालाबाजारी पर बिठाया सख्त पहरा, बिना आधार नहीं मिलेगी खाद

एक अक्टूबर से से शुरू हो रही रबी की बुवाई को लेकर कृषि विभाग पहले से तैयार है। अपर मुख्य सचिव ने सभी जिला कृषि अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं कि रवि की बुवाई में उर्वरकों की कालाबाजारी पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 10:57 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 10:57 PM (IST)
किसानों के साथ होने वाली कालाबाजारी पर बिठाया सख्त पहरा, बिना आधार नहीं मिलेगी खाद
किसानों के साथ होने वाली कालाबाजारी पर बिठाया सख्त पहरा, बिना आधार नहीं मिलेगी खाद

बरेली, जेएनएन। एक अक्टूबर से से शुरू हो रही रबी की बुवाई को लेकर कृषि विभाग पहले से तैयार है। अपर मुख्य सचिव ने सभी जिला कृषि अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं कि रवि की बुवाई में उर्वरकों की कालाबाजारी पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए। दुकान में उपलब्ध स्टॉक व पोस मशीन में दिख रहे स्टॉक का मिलान करने को कहा गया है। निरीक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी मिलने पर दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।

अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने निर्देश दिए हैं कि एक अक्टूबर से रबी अभियान प्रारंभ होने वाला है। सभी जिला कृषि अधिकारी, थोक विक्रेताओं व खुदरा विक्रेताओं को निर्देशित किया है कि वह प्रत्येक दशा में दुकान में उपलब्ध भौतिक स्टॉक का मिलान पोस मशीन में दिख रहे स्टॉक से करें। उसका अंकन स्टॉक रजिस्टर पर भी कर लें। एक अक्टूबर को जो ओपनिंग बैलेंस होगा उसकी गणना रबी अभियान के अंतर्गत की जाएगी और यह माना जाएगा की पोस मशीन में दिख रहा स्टॉक भौतिक रूप से दुकान में उपलब्ध है।

यदि दुकान या गोदाम में भौतिक रूप से स्टाफ उपलब्ध नहीं है, लेकिन पोस मशीन में दिख रहा है तो ऐसी दशा में संबंधित विक्रेता के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। अपर मुख्य सचिव कृषि ने एक ही किसान को बार-बार स्टॉक ना दिए जाने को कहा है। अधिक मात्रा में उर्वरक खरीदने वाले किसानों की भूमि की पहचान के लिए भू अभिलेख अनिवार्य रूप से देखे जाने को भी कहा है। आवश्यकता से अधिक उर्वरक लेने वाले किसान का सत्यापन कराने को भी कहा गया है।

डिजिटल पेमेंट पर दिया जाए जोर

जारी निर्देश में कहा गया है कि जिन खुदरा विक्रेताओं द्वारा डिजिटल पेमेंट किया जा रहा है। वह सूचना अनिवार्य रूप से उपलब्ध करा दें। क्योंकि भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन डिजिटल पेमेंट से भुगतान के लिए जोर दिया जा रहा है। इसलिए सभी उर्वरक विक्रेता इसकी सूचना दें।जनपद में पर्याप्त मात्रा में डीएपी व यूरिया उपलब्ध है।

सभी थोक विक्रेता व खुदरा विक्रेता यूरिया, डीएपी आदि का रियल टाइम एक्नॉलेजमेंट करने को कहा है। रबी बुवाई के लिए पर्याप्त डीएपी, यूरिया है। किसानों को किसी हाल में परेशानी न मिले। शिकायत मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। - धीरेंद्र सिंह चौधरी, जिला कृषि अधिकारी 

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