सावधान ! अब एटीएस के रडार पर सोशल मीडिया सहित फेसबुक व इंस्टाग्राम के ये अकाउंट

अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलकायदा के नेटवर्क से जुड़े युवाओं के होने की आशंका सामने आई तो जिले में सरगर्मी फिर बढ़ गई। इसके चलते खुफिया टीम स्थानीय पुलिस के साथ ही एटीएस भी सक्रिय हो गई है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 10:12 AM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 10:12 AM (IST)
सावधान ! अब एटीएस के रडार पर सोशल मीडिया सहित फेसबुक व इंस्टाग्राम के ये अकाउंट
फेसबुक व इंस्टाग्राम सहित सोशल मीडिया पर निगाह रखने वाले एटीएस का फाइल फोटो

बरेली जेएनएन। जिला बीते करीब दस महीने से किसी न किसी बड़ी घटना को लेकर चर्चा में बना रहा है। बीते वर्ष 2019 के नवंबर में टेरर फंडिंग, इसके बाद कमलेश तिवारी हत्याकांड, फिर दिल्ली दंगा और इसके बाद इनामुल की गिरफ्तारी चर्चा के मुख्य बिंदु रहे। अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलकायदा के नेटवर्क से जुड़े युवाओं के होने की आशंका सामने आई तो जिले में सरगर्मी फिर बढ़ गई। इसके चलते खुफिया टीम, स्थानीय पुलिस के साथ ही एटीएस भी सक्रिय हो गई है। यही कारण है कि एटीएस ने फेसबुक और अन्य सोशल साइट्स पर निगरानी और बढ़ा दी हैं।

जिले के किला थाना क्षेत्र कटघर से जून माह में इनामुल नाम का युवक पकड़ा गया था। एटीएस ने उसे लखनऊ ले जाकर जांच शुरू कि तो पाया कि उसके सोाशल साइट्स अकाउंट फेसबुक और इंस्टाग्राम पर हजारों युवा जुड़े थे। वह कई युवाओं को जिहाद के बारे में जानकारी देता था। वह युवाओं के मन में उनके मुहल्ले, शहर और प्रदेश और देश के प्रति जहर घोल रहा था। उसकी आइडी से मिले संपर्क के आधार पर एटीएस ने मुरादाबा, संभल, अमरोहा आदि क्षेत्रों से भी युवाओं को उठाया गया था।

हालांकि पूछताड में कोई पुख्ता सुबूत न मिलने पर उन्हें छोड़ दिया गया था। इसके बाद से ही जिले में सक्रिय एटीएस की टीम यहां के फेसबुक और अन्य सोशल साइट्स प्लेट फार्म पर नजर बनाए हैं। इसके लिए अब तक करीब तीस हजार अकाउंट की गतिविधियां देखी जा चुकी हैं। जिसमें से 1500 अकाउंट ऐसे पाए गए जो किसी न किसी तरह से संदिग्ध पाए गए हैं। अब इनमें भी छटनी कर वह अकाउंट निकाले जा रहे हैं जो संदिग्ध या विवादित ग्रुप या लोगों के सपंर्क में है। हालांकि एटीएस के अधिकारी इस संबंध में कुछ बताने या बोलने को तैयार नहीं है।

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