शहला ताहिर प्रकरण : अब जिला स्क्रूटनी करेगी नवाबगंज चेयरमैन के जाति प्रमाणपत्र की जांच
नवाबगंज की चेयरमैन शहला ताहिर के जाति प्रमाणपत्र की जांच अब जिला स्क्रूटनी कमेटी करेगी। पिछले दिनों राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग में हुई सुनवाई में नवाबगंज तहसीलदार ने शहला के पते की तस्दीक नहीं होने की रिपाेर्ट पेश की थी।
जेएनएन, बरेली। नवाबगंज की चेयरमैन शहला ताहिर के जाति प्रमाणपत्र की जांच अब जिला स्क्रूटनी कमेटी करेगी। पिछले दिनों राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग में हुई सुनवाई में नवाबगंज तहसीलदार ने शहला के पते की तस्दीक नहीं होने की रिपाेर्ट पेश की थी। नई तारीख से पहले हरदोई और आगरा से जातिप्रमाण को तस्दीक करने का दबाव प्रशासन पर है। एडीएम सिटी महेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिला स्क्रूटनी कमेटी में डीएम, एडीएम प्रशासन, एसडीएम और राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य होते हैं। इस कमेटी के सामने दोनों पक्ष प्रस्तुत होकर जरूरी साक्ष्य देते हैं। यह कमेटी ही जाति को लेकर चले आ रहे मामले पर निर्णय देगी।
भाजपा नेता नीरेंद्र राठौर ने शहला के पिता को उच्च जाति का मुस्लिम बताते हुए जाति प्रमाण पत्र को राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग में शिकायत की थी। शहला ने 2017 में ओबीसी की आरक्षित सीट पर लड़कर चुनाव जीता था। शहला ताहिर का जाति प्रमाण पत्र पिता की बजाय पति की जाति के आधार पर जारी किया गया है। आयोग ने बरेली प्रशासन से जवाब तलब किया। एडीएम सिटी महेंद्र कुमार सिंह ने आगरा प्रशासन से शहला के पिता की जाति के बारे में पता करने के लिए पत्राचार किया।
आगरा प्रशासन ने लिखकर भेजा कि प्यारे अली के बताए पते पर उनके रिश्तेदार निवास नहीं कर रहे हैं। आगरा के तेज बहादुर खालसा जूनियर हाईस्कूल से मिली टीसी पर नाम शैलवी पुत्री प्यारे अली व जाति व धर्म के कॉलम में सिर्फ मुस्लिम लिखा हुआ मिला है। पूछताछ में जाति संबंधित अन्य कोई दस्तावेज नहीं मिला। उन्होंने लिखकर दिया कि हरदोई के शाहबाद से भी उनकी शिक्षा होने की बात सामने आई है।