बरेली मंडल में किसानों को ठगने वाली महाराष्ट्र की कंपनी को दिया नोटिस, 950 किसानों की फसल हुई बर्बाद

महाराष्‍ट्र की कीर्तिमान एग्रो एनेलेट‍िक्‍स कंपनी के गौरी ब्रांड धान का बीज खराब न‍िकला। बरेली में 50 तो शाहजहांपुर के करीब 200 बदायूं के 700 क‍िसानों ने श‍िकायत की कि पौधा जब बड़ा हुआ तो बाली में एक भी दाना नहीं न‍िकला।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 01:38 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 01:38 PM (IST)
बरेली मंडल में किसानों को ठगने वाली महाराष्ट्र की कंपनी को दिया नोटिस, 950 किसानों की फसल हुई बर्बाद
किसानों को ठगने वाली महाराष्ट्र की कंपनी की खबर में फाइल फोटो

बरेली, जेएनएन। महाराष्‍ट्र की कीर्तिमान एग्रो एनेलेट‍िक्‍स कंपनी के गौरी ब्रांड धान का बीज खराब न‍िकला। बरेली में 50 तो शाहजहांपुर के करीब दो सौ, बदायूं के 700 क‍िसानों ने श‍िकायत की कि पौधा जब बड़ा हुआ तो बाली में एक भी दाना नहीं न‍िकला। रुपये और खेत में की गई मेहनत बेकार गई। जिला कृषि अधिकारी ने मामले में कंपनी के अलावा बीज बेचने वालों को नोटिस जारी किया है।

शाहजहांपुर-बदायूं के साथ अब बरेली में भी किसानों की सैंकड़ों बीघा फसल बर्बाद होने की सूचना में कृषि विभाग को बरेली में मिली है। जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि मामले की जानकारी होते ही कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। बताया कि जनपद के कुछ किसानों ने गौरी ब्रांड के बीज को लगाकर किसान परेशान हुए है। बीज निर्माता कंपनी से लाइसेंस व बिक्री के साथ ही गुणवत्ता के प्रमाण मांगे है।

लाइसेंस समाप्ति के बाद भी हुई बीज की बिक्री

कृषि विभाग में मौजूद कंपनी के रिकार्ड के अनुसार 2012 में कंपनी ने बीज बिक्री का लाइसेंस लिया। सात मई 2015 को नवीनीकरण न कराने पर लाइसेंस खत्म हो गया। जिस कारण पूरे उत्तर प्रदेश में कंपनी के धान की बिक्री अवैध हो गई। सवाल यह है कि मंडल से लेकर ब्लॉक व न्याय पंचायत स्तर तक कृषि विभाग का नेटवर्क मजबूत है। ऐसी दशा में भी अवैध रूप से धान बीज की बिक्री होती रही।

जांच में फेल हुआ बीज

जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि मामले की शिकायत मिलते ही आइवीआरआइ के कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिकों एवं जिला कृषि रक्षा अधिकारी से मामले की जांच कराई गई है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि जांच के दौरान बीज की क्वालिटी खराब निकली है। वहीं कृषि विज्ञान केंद्र के विषय वस्तु विशेषज्ञ राकेश पांडे कि जांच में भी बीच की गुणवत्ता खराब निकली है।

किसानों को कृषि विभाग एमएसपी व औसत उपज का आंकलन कर कंपनी से मुआवजा दिलाया जाएगा। बीज निर्माता कंपनी के साथ ही बीज बिक्री करने वालो को भी नोटिस जारी किया गया है। - धीरेंद्र सिंह चौधरी, जिला कृषि अधिकारी

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