बैंक में कैश की किल्लत बरकरार, हमेशा के लिए बंद होंगे 19 एटीएम
बरेली (जेएनएन): वित्तीय समावेशन के तहत बैंक ग्राहकों को सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना पर नोटबं
बरेली (जेएनएन): वित्तीय समावेशन के तहत बैंक ग्राहकों को सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना पर नोटबंदी का करारा प्रहार अब देखने को मिल रहा है। नोटबंदी की मार से अब तक बैंक उबर नहीं पाई हैं। उनके पास पर्याप्त धनराशि ही उपलब्ध नहीं है। यही कारण है कि तमाम बैंकों के एटीएम हमेशा के लिए बंद होने की ओर अग्रसर हो गए हैं। नए एटीएम लगाने की बात तो बैंक अफसरों ने सोचनी भी बंद कर दी है। आलम यह है कि जिले के लीड बैंक (बैंक ऑफ बड़ौदा) ने अपने कई एटीएम बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि, अधिकारियों का तर्क है कि सरकार बैंक शाखाओं और प्लास्टिक मनी की ओर ग्राहकों का रुख बढ़ाने को प्रयासरत है। इसी के तहत एटीएम बंद हो रहे हैं।
सवा साल बाद भी उबर नहीं पाए बैंक
केंद्र सरकार ने आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी की थी। बाजार में प्रचलित पांच सौ और एक हजार रुपये के नोटों का चलन बंद कर दिया गया था। नोट बदलने के लिए बैंकों में लंबी लाइन लग गई इससे बैंकों के पास रकम कम पड़ने लगी थी। उसके बाद सरकार ने पहले दो हजार और फिर पांच सौ के नये नोट जारी किए। करीब तीन महीने के बाद हालात कुछ सामान्य हुए। बावजूद इसके आज तक बैंकों को आरबीआइ से पूरी रकम नहीं मिल पा रही है। उनके पास बैंक शाखाओं से वितरित करने के लिए ही रकम उपलब्ध हो रही है। इस कारण एटीएम में रकम कम कर दी गई है।
खाली रहते हैं तमाम एटीएम
जिले में सरकारी और गैर सरकारी मिलाकर करीब दो दर्जन बैंक हैं। इनकी शाखा पूरे जिले में संचालित हो रही हैं। इन बैंकों के जिले में करीब साढ़े तीन सौ एटीएम भी चल रहे हैं। नोटबंदी के बाद से ही कई बैंकों के पास एटीएम में भरने के लिए रकम ही नहीं है। आज भी उन्हें आरबीआइ डिमांड से आधी रकम मुहैया करा पा रहा है। इस कारण तमाम एटीएम खाली पड़े रहते हैं।
बीओबी बंद करेगा 19 एटीएम
कैश नहीं मिलने का असर बैंकों पर दिखाई देने लगा है। जिले का लीड बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा भी हार मान गया है। वित्तीय समावेशन में सबसे अधिक इसी बैंक ने अपनी शाखाएं और एटीएम खोले। अब रकम भरपूर नहीं मिलने के कारण बैंक अफसरों ने 19 एटीएम बंद करने की तैयारी की है। इसमें बदायूं के भी कुछ एटीएम शामिल हैं। एटीएम बंद करने के लिए एजेंसी, संपत्ति मालिक से अनुबंध खत्म करने समेत अन्य औपचारिकताएं बैंक कर रहा है। वही, एसबीआइ, पीएनबी, ओबीसी समेत अन्य बैंकों में नए एटीएम खोलने के लिए कोई प्रस्ताव नहीं हैं। अधिकारी बताते हैं कि नया एटीएम फिलहाल नहीं खोला जा रहा।
एक मई से बंद हो जाएंगे एटीएम
बैंक ऑफ बड़ौदा ने शहर में करगैना, करेली, महानगर, मठ की चौकी, गंगापुर, बांसमंडी समेत 19 एटीएम एक मई से बंद करने की घोषणा की है। इन एटीएम पर पिछले एक महीने से कैश नहीं भरा जा रहा है। यहां एजेंसी संचालकों ने ताले डाल दिए हैं। इसी तरह गांवों में लगे कई एटीएम पर लंबे समय से रकम नहीं भरी गई है।
नोट पर निर्भरता कम करने की कवायद
बैंक अधिकारियों के अनुसार, सरकार ने शुरू से ही नोट पर लोगों की निर्भरता कम करने का प्रयास किया है। इसके तहत लोगों को ऑनलाइन लेनदेन की ओर ले जाना है, ताकि हर लेनदेन का रिकार्ड किया जा सके। बैंकों ने ग्राहकों को कैश से हटाकर अन्य चैनलों में ले जाने का करीब 60 फीसद काम पूरा भी कर लिया है।
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सभी एटीएम में कैश भरने के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध नहीं हो पा रही है। ऐसे में कई एटीएम खाली पड़े हैं। वहां का बेवजह खर्च बैंक पर पड़ रहा है। इसी को देखते हुए कुछ एटीएम बंद करने का प्रस्ताव प्रक्रिया में है।
-घनश्याम सिंह, एजीएम बीओबी
----- सरकार ऑनलाइन लेनदेन बढ़ाने की बात कर रही है। इसके चलते कैश की व्यवस्था को कम किया जा रहा है। बैंक ने फिलहाल एटीएम बंद नहीं किए हैं, लेकिन नए खोलने की सोच भी नहीं रहे हैं।
-एसके वढेरा, डीजीएम, एसबीआइ
------ सरकार ने 75 फीसद से कम हिट मिलने वाले एटीएम को शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं। हमारे बैंक ने ग्रामीण क्षेत्र के कुछ एटीएम चिह्नित किए हैं। उन्हें शिफ्ट कराया जाएगा।
-एसके दास, डीजीएम, पंजाब नेशनल बैंक
------- बैंक के पुराने एटीएम पर उपलब्धता के हिसाब से रकम भरी जाती है। नए एटीएम लगाने के बारे में कोई प्रस्ताव नहीं हैं। सरकार कैश लेनदेन कम करने को निर्देशित कर रही है।
-सुरेंद्र वर्मा, डीजीएम, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स
------- लाभ प्रदाता को देखते हुए सरकार ग्राहकों को एटीएम से अलग चैनलों की ओर मोड़ना चाह रही है। इसका करीब 60 फीसद काम हो चुका है। एटीएम के लिए कैश कम दिया जा रहा है।
-संजीव मेहरोत्रा, सहायक मंत्री, यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन