बरेली में नौ साल की बच्ची के साथ छेड़छाड़, रिपोर्ट दर्ज होने पर आरोपित दे रहा जान से मारने की धमकी
Girl Molested in Bareilly कैंट में मासूम से छेड़छाड़ मामले में दूसरे दिन कैंट पुलिस ने आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। इधर रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपित पीड़ित पर समझौते का दबाव बना रहा है। समझौता न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा।
बरेली, जेएनएन। Girl Molested in Bareilly : कैंट में मासूम से छेड़छाड़ मामले में दूसरे दिन कैंट पुलिस ने आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। इधर, रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपित पीड़ित पर समझौते का दबाव बना रहा है। समझौता न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है। कैंट की रहने वाली नौ वर्षीय मासूम के साथ मंगलवार को छेडछाड़ का मामला सामने आया था। मासूम के पिता का आरोप था कि वारदात को सुबह तब अंजाम दिया गया जब वह घर के बाहर खेल रही थी। पास का ही रहने वाला आरोपित उसे बहला-फुसलाकर घर ले गया फिर उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा।
मासूम के चिल्लाने पर आरोपित उसे छोड़कर भाग खड़ा हुआ। पिता से बेटी ने आरोपित के दुस्साहस की पूरी कहानी बताई। इसके बाद जब पीड़िता का पिता आरोपित के घर पहुंचा तो वह भाग चुका था। उन्होंने डायल 112 को फोन कर पूरे मामले की सूचना दी। डायल 112 ने पीड़ित पिता से तहरीर देने की बात कही। उन्होंने तहरीर दे दी। बुधवार को आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट लिखी गई। वारदात के बाद से आरोपित फरार है। कैंट थाने के इंस्पेक्टर राजीव कुमार सिंह ने बताया कि मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। आरोपित फरार है, उसकी तलाश की जा रही है।
विवाहिता की हत्या पर 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट के आदेश : पोस्टमार्टम के बावजूद बिसरा का बहाना बनाकर इज्जतनगर पुलिस ने दहेज हत्या के आरोप में मुकदमा नहीं लिखा। तब मृतका के भाई ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। अब अदालत के आदेश के बावजूद पुलिस रिपोर्ट नहीं लिख रही। वादी सुरेंद्रपाल की बहन सुनीता की शादी वर्ष 2014 में थाना इज्जतनगर के जिला खजुरिया जुल्फिकार निवासी राजू के साथ हुई थी।
ससुरालीजन दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। दंपति के कोई संतान नहीं थी। जिसकी वजह से पारिवारिक कलह रहता। इसी वर्ष 26 जनवरी को सूचना मिली कि विवाहिता की मौत हो गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बावजूद इज्जतनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। पीड़ित पक्ष ने अदालत का दरवाजा खटखटाया तब 24 घंटे के अंदर मुकदमा दर्ज करने के आदेश हुए। आरोप है इसके बावजूद पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही।