नाइजीरियन राबर्ट ने बरेली में खोला बड़ा राज, भारत के साइबर ठगी के रुपयों से नाइजीरिया में चल रहा आंदोलन, अलर्ट हुई खुफिया एजेंसियां

Nigeria Movement Connection News बरेली के फरीदपुर में पकड़े गए साइबर अपराधी नाइजीरियन राबर्ट खतरनाक इरादे वाला अपराधी निकला। दिल्ली की खुफिया एजेंसियों को गच्चा देकर वह 10 वर्षों से बिना वीजा भारत में रह रहा था। यहां साइबर ठगी से रकम एकत्र कर नाइजीरिया अपने साथियों को भेजता था

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 10:50 AM (IST) Updated:Fri, 27 Aug 2021 10:50 AM (IST)
नाइजीरियन राबर्ट ने बरेली में खोला बड़ा राज, भारत के साइबर ठगी के रुपयों से नाइजीरिया में चल रहा आंदोलन, अलर्ट हुई खुफिया एजेंसियां
Nigeria Movement Connection News : नाइजीरियन राबर्ट ने बरेली में खोला बड़ा राज

बरेली, जेएनएन। Nigeria Movement Connection News : बरेली फरीदपुर में पकड़े गए साइबर अपराधी नाइजीरियन राबर्ट खतरनाक इरादे वाला अपराधी निकला। दिल्ली की खुफिया एजेंसियों को गच्चा देकर वह 10 वर्षों से बिना वीजा भारत में रह रहा था। यहां साइबर ठगी से रकम एकत्र कर नाइजीरिया में अपने साथियों को भेजता था, जो वहां लागोस में सरकार विरोधी आंदोलन कर रहे हैं। गुरुवार को उससे मिली जानकारी के बाद मिलिट्री इंटेलीजेंस व खुफिया टीम आगे जांच कर रही हैं। वहीं मामले में तीन बैंकों के अधिकारियों की भूमिका भी जांच के घेरे में हैं।

नाइजीरिया के लागोस का मूल निवासी राबर्ट वर्ष 2010 से दिल्ली में रहता है। बुधवार को भूरे खां की गौटिया में रहने वाले मेहंदी हसन के घर पहुंचा था। उसके खाते में डाले गए। साइबर क्राइम के 80 लाख रुपये न देने पर विवाद हुआ, जिसके बाद वह थाने पहुंचा। बताया था कि फाइनेंस कंपनी में काम करता है। मेहंदी हसन उसके रुपये नहीं दे रहा। पुलिस ने पासपोर्ट व वीजा मांगा तो ठिठक गया। साइबर ठगी का मामला मानते हुए एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने उससे पूछताछ शुरू की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस के अनुसार, उसने कहा कि नाइजीरिया के लागोस में सरकार विरोधी आंदोलन चल रहा है। यह उसका हिस्सा है। भारत में रहकर साइबर ठगी करता है। इससे मिलने वाली रकम नाइजीरिया में रहने वाले आंदोलनकारी साथियों को भेजता है।

नाइजीरियाई भाषा से नफरत, अंग्रेजी बोलता रहा 

राबर्ट हिंदी समझता है मगर, बोल नहीं पाता। पूरी बातचीत उसने अंग्रेजी में की। पुलिस ने कहा कि नाइजीरियाई भाषा बोलो तो, कहने लगा कि वहां की भाषा से नफरत है इसलिए अंग्रेजी बोलता है।

भारत आकर यही बना लिया ठिकाना

राबर्ट ने बताया कि वह वर्ष 2010 में भारत आया था। वर्ष 2011 में उसका वीजा समाप्त हो गया इसके बावजूद लौटा नहीं दिल्ली में बार-बार ठिकाना बदलता रहता है। इस समय द्वारिका में रहता है।

बेईमानी पर खुला मामला

जरी के काम से अवसर दिल्ली जाने वाले भूरे खा की गौटिया निवासी मेहदी हसन की मुलाकात गिरोह के कुछ सदस्यों ने राबर्ट से कराई थी। राबर्ट ने ही फर्जी कागजों से उसके तीन बैंक खाते खुलवाकर एटीएम कार्ड अपने पास रख लिए। साइबर ठगी की रकम उसमें ट्रांसफर कर निकाल लेता था, 10 फीसद हिस्सा मेहंदी के खाते में छोड़ देता। पुलिस के अनुसार, दो वर्ष में मेहंदी व उसके बेटे के खातों से 78 लाख रुपये का लेनदेन हुआ। कुछ दिन पहले 80 लाख रुपये उसके खाते में और ट्रांसफर किए गए।

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