Nigerian Gang Bareilly Connection: 80 लाख की खींचतान में खुला नाइजीरियन गिरोह का बरेली कनेक्शन, सरगना के आदेश दिल्ली से रकम वसूलने आया था फरीदपुर
Nigerian Gang Bareilly Connection साइबर ठगी के 80 लाख रुपये की खींचतान ने गिरोह का भंडाफोड़ दिया।दिल्ली में बैठे नाइजीरियन ठगों ने यह रकम जिस युवक के खाते में ट्रांसफर की वह रुपये देने से मुकर गया। बुधवार दोपहर को हुए विवाद के गिरोह का सदस्य नाइजीरियन युवक थाने पहुंचा।
बरेली, जेएनएन। Nigerian gangs Bareilly connection: साइबर ठगी के 80 लाख रुपये की खींचतान ने गिरोह का भंडाफोड़ दिया।दिल्ली में बैठे नाइजीरियन ठगों ने यह रकम जिस युवक के खाते में ट्रांसफर की, वह रुपये देने से मुकर गया। बुधवार दोपहर को हुए विवाद के गिरोह का सदस्य नाइजीरियन युवक थाने पहुंचा मगर, पुलिस के सवालों में फंस गया। गिरोह का सदस्य होने की पुष्टि होने के बाद उससे पूछताछ की जा रही है।
फरीदपुर के भूरे खां की गौटिया में रहने वाला युवक करीब छह माह पहले दिल्ली में नाइजीरियन गिरोह के संपर्क में आया था।उसने अपना नाम हरपाल बताया था।गिरोह के सदस्यों ने उसका बैंक खाता नंबर लिया और तय हुआ कि उसके खाते में रकम भेजी जाएगी। 15 फीसद कमीशन काटने के बाद बाकी रकम दिल्ली पहुंचाएगा। छह महीने में कई बार में करीब 80 लाख रुपये ठगों ने उस खाते में ट्रांसफर कर दिए। फोन कर उससे रुपये पहुंचाने को कहा जाता मगर, वह टालता रहा।
सरगना के कहने पर बुधवार को दिल्ली से गिरोह का नाइजीरियन सदस्य भूरे खां की गौटिया पहुंच गया।फोन नंबर पर हुई बातचीत के आधार पर उसके घर पहुंचा।उसने रुपये देने से इन्कार किया तो नाइजीरियन युवक थाने पहुंच गया।
धमकाने के लिए पहुंचा था थाने
थाने पहुंचे नाइजीरियन ने पुलिस ने कहा कि उसके कुछ रुपये हड़प लिए गए हैं। पुलिस ने रकम की जानकारी चाही तो टालने लगा।कहा कि उसके घर पुलिस भेज दें। मामला विदेशी नागरिक से जुड़ा था इसलिए पुलिस ने पासपोर्ट व वीजा दिखाने को कहा, इस पर वह ठिठक गया। इसके बाद सवाल बढ़ते गए तब उसने स्वीकारा कि 80 लाख रुपये वापस लेने हैं।
हरपाल के नाम से खाता, असली नाम मेहंदी हसन
पुलिस मुहल्ले में पहुंची तो रकम हड़पने का आरोपित नहीं मिला। छानबीन में पता चला कि उसका असली नाम हरपाल नहीं, बल्कि मेहंदी हसन है। उसने नकली कागजों से अपना खाता हरपाल के नाम से खुलवा लिया था। शातिर मेहंदी हसन अपनी पहचान छिपाते हुए लाखों रुपये खाते में ट्रांसफर कराता रहा और बैंक वालों ने सुध नहीं ली। पुलिस गुरुवार को बैंक जाकर पता करेगी कि किस तरह फर्जी कागजों से खाता खुल गया।
प्रकरण में बैंककर्मियों की संलिप्तता भी हो सकती है। गिरोह के पीछे लगी पुलिस नाइजीरियन को पकड़ने के बाद अब पुलिस गिरोह के स्थानीय सदस्यों की तलाश कर रही है। हालांकि इस प्रकरण में अधिकारी अभी बोलने से बच रहे। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल का कहना था कि एक नाइजीरियन से पूछताछ की जा रही है। गुरुवार को पूरे प्रकरण पर स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। वर्ष 2019 में पकड़े गए थे तीन ठग वर्ष 2019 में फरीदपुर पुलिस ने भूरे खां की गौटिया से ही नाइजीरियन गिरोह से जुड़े तीन ठगों को जेल भेजा था। उत्तराखंड पुलिस ने भी इस मुहल्ले से दो युवकों को पकड़ा था।