Negligence in Bareilly : बरेली में समय पर नहीं कराई लाइनों की मरम्मत... अब हादसों में जा रही लोगों की जान

Negligence in Bareilly दस दिन भी नहीं बीते कि शहर में करंट लगने से एक और युवक को जान गंवानी पड़ी। युवक के जाने से उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया। बिजली विभाग इसे एक हादसा ही मानकर शांत हो गया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 05:05 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 05:05 PM (IST)
Negligence in Bareilly : बरेली में समय पर नहीं कराई लाइनों की मरम्मत... अब हादसों में जा रही लोगों की जान
Negligence in Bareilly : बरेली में समय पर नहीं कराई लाइनों की मरम्मत

बरेली, जेएनएन। Negligence in Bareilly : दस दिन भी नहीं बीते कि शहर में करंट लगने से एक और युवक को जान गंवानी पड़ी। युवक के जाने से उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया। बिजली विभाग इसे एक हादसा ही मानकर शांत हो गया। सही मायने में बिजली विभाग ही इस हादसे के प्रति जिम्मेदार दिखाई दे रहा है। अगर समय पर लाइनों की मरम्मत कराई गई होती तो शायद ये घटनाएं भी नहीं होतीं।

शासन के निर्देशों के अनुसार बिजली विभाग गर्मियों में लोगों को बेहतर सप्लाई देने के लिए तैयारी करता है। फाल्ट रोकना विभाग के लिए चुनौती भरा काम होता है। इसके तहत बिजलीघरों, फीडरों की क्षमता वृद्धि का काम तो कराया ही जाता है, साथ ही बिजली की लाइनों और उपकरणों की मरम्मत व ओवरहालिंग का काम भी कराते हैं। इस बार विभाग मरम्मत व ओवरहालिंग के प्रति उदासीन बना रहा है। इसी का नतीजा सामने आने लगा है। पिछले दस दिनों में शहर में हाईटेंशन लाइन के तार टूटने से दो हादसे हो चुके हैं, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई हैं। पहले 18 जुलाई को मलूकपुर में इंसुलेंटर फुंकने से तार टूटकर युवक पर गिरा और मंगलवार को ग्रीन पार्क गेट के सामने डिस्क इंसुलेटर फुंकने से टूटा तार दूधिया पर गिर गया।

बारिश में उपकरण फुंकने की अधिक दिक्कत

शहर में अभी भी हाईटेशन की कई लाइनें खुली हुई हैं। बारिश से पहले ही ढीले लटकते तारों, इंसुलेटर, पोल आदि को चेक कर लिया जाता है। तार के जोड़, कनेक्शन कसे जाते हैं। जहां लाइनों पर पेड़ की डालियां मिलती हैं, उन्हें छांट दिया जाता है। गर्मी में कई बार ओवरलोड होने और बारिश में इंसुलेटर फुंक जाते हैं। ऐसे में तार टूटकर हादसे को अंजाम देता है।

कोरोना की ढिलाई बदली उदासीनता में

जिले में अप्रैल और मई में कोरोना संक्रमण का काफी जोर रहा। अधिकारी कहते हैं कि इस कारण विभाग मेंटीनेंस के काम नहीं करवा सका, लेकिन उसके बाद विभाग उदासीन हो गया। लाइनों की मेंटीनेंस का काम कराया ही नहीं गया। पिछले दिनों जब शहर में बिजली की किल्लत शुरू हुई तो विभाग ने क्षमता वृद्धि के साथ ही मेंटीनेंस का काम शुरू किया। ग्रीन पार्क वाले बिजलीघर में भी कुछ समय पहले मरम्मत कार्य हुआ है।

इस बार कोरोना काल के कारण शुरू में बिजली के उपकरणों की ओवरहालिंग व मरम्मत का काम नहीं कराया जा सका। पिछले कुछ समय से सभी बिजलीघरों पर यह काम कराया जा रहा है। बरसात में इंसुलेटर फुंकने की समस्या बढ़ जाती है।विकास सिंघल, अधीक्षण अभियंता (नगर)

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