राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग का फरमान, चिकित्सक का पर्चा दिखाने के बाद भी कैमिस्ट नहीं दे सकेंगे बच्चों को दवा, जानिए वजह
National Child Protection Commission Guideline for Chemist News अब परामर्श पर्चा दिखाने पर भी बच्चों को दवाएं बेचने के लिए केमिस्ट स्टोर संचालकों को सतर्कता बरतनी होगी। बच्चा अगर कहता है कि घर में अभिभावक नहीं है
बरेली, जेएनएन। National Child Protection Commission Guideline for Chemist News : अब परामर्श पर्चा दिखाने पर भी बच्चों को दवाएं बेचने के लिए केमिस्ट स्टोर संचालकों को सतर्कता बरतनी होगी। बच्चा अगर कहता है कि घर में अभिभावक नहीं है, तब भी स्वजनों में किसी से फोन पर बात करने के बाद ही बच्चों को दवाएं दी जाएंगी। खासकर ऐसी दवाएं, जिनका नशे के लिए इस्तेमाल हो सकता है। चार से 12 साल की उम्र वाले किशोरों के साथ सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है।
कमिश्नर कार्यालय में ड्रग विभाग की इंस्पेक्टर बबीता रानी ने दवा कारोबारियों के साथ राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग से जारी दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू कराने के लिए कहा। इन बाध्यताओं की निगरानी के लिए बरेली की सभी केमिस्ट दुकानों में सीसी कैमरा लगाने के लिए भी कहा गया। दस्तावेज दुरुस्त रखने हुए नारकोटिक्स की दवाओं की खरीद, फिर बिक्री का रिकार्ड तैयार करके ड्रग विभाग को देना होगा। ताकि नशीली दवाओं के इस्तेमाल की निगरानी मजबूत हो सके।
केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष दुर्गेश खटवानी ने कहा कि शहर और देहात में सैकड़ों केमिस्ट दुकाने हैं। थोक बाजार और फुटकर बाजार के बड़े दुकानाें में पहले ही सीसी कैमरे लगे हुए है। साथ ही, अस्पतालों के परिसर में चलने वाले दवा स्टोर में भी सीसी कैमरे लगे हुए हैं। इसके बाद भी सबको सीसी कैमरा लगवाने में समय लगेगा। इस पर ड्रग आयुक्त संजय कुमार ने कहा कि जितनी जल्दी हो सके। संचालक सीसी कैमरे लगवा लें।
छापामारी के दौरान फिलहाल संचालकों पर कार्रवाई नहीं होगी। बैठक के दौरान महामंत्री चंद्रभूषण गुप्ता, किशोर कुमार, राकेश नरुला, सतीश सेट्ठी, महेंद्र कुमार, सुधीर सेट्ठी, विजय श्रीवास्तव, मुनीश प्रजापति, मोहित पांडेय, रवि गुप्ता, दीपक पांडेय ड्रग विभाग की बैठक में शामिल हुए।