Namami Gange Project : बरेली में शहर के नालों से अब गंदी नहीं होगी रामगंगा, बनेंगे तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, जानिए क्या हाेगा फायदा

Namami Gange Project पर्यावरण संरक्षण की दिशा में शहर एक कदम और आगे बढ़ा है। स्मार्ट हो रहे शहर से निकलने वाले नालों से अब रामगंगा मैली नहीं होगी। महीने भर में तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण हो जाएगा।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 07:58 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 07:58 AM (IST)
Namami Gange Project : बरेली में शहर के नालों से अब गंदी नहीं होगी रामगंगा, बनेंगे तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, जानिए क्या हाेगा फायदा
Namami Gange Project : बरेली में शहर के नालों से मैली नहीं होगी रामगंगा, बनेंगे तीन एसटीपी

बरेली, जेएनएन। Namami Gange Project : पर्यावरण संरक्षण की दिशा में शहर एक कदम और आगे बढ़ा है। स्मार्ट हो रहे शहर से निकलने वाले नालों से अब रामगंगा मैली नहीं होगी। महीने भर में तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण हो जाएगा। नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत गुरुवार को नेशनल मिशन फार ग्रीन गंगा (एनएमसीजी) के दिल्ली स्थित कार्यालय पर जल निगम के अधीक्षण अभियंता नीरज कुमार और कार्यदायी संस्था दिल्ली की इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक मनीष जैन के बीच मेमोरेंडम आफ अंडरस्टेंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर हो गए।

इसके तहत देवरनियां, नकटिया और चौबारी नदी में गिरने वाले 15 नालों का पानी शोधित किया जाएगा। कार्यदायी संस्था निर्माण के साथ ही अगले 15 साल तक इन एसटीपी की मेंटीनेंस का भी काम करेगी। अनुबंध के दौरान एनएमसीजी के निदेशक (परियोजनाएं) बिनोद कुमार, महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा, कार्यकारी निदेशक अशोक कुमार सिंह, कार्यकारी निदेशक (वित्त) रोजी अग्रवाल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

271.39 करोड़ रुपये से बनेंगे तीन एसटीपी 

नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत जिले में देवरनियां, नकटिया व चौबारी नदी में प्रवाहित हो रहे प्रदूषित जल की रोकथाम के लिए एसटीपी निर्माण के लिए 271.39 करोड़ रुपये की स्वीकृति नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा विभाग ने तीन जनवरी 2019 को दी थी। इसके तहत मुख्य पंपिंग स्टेशन और एसटीपी का निर्माण किया जाना है। भूमि समय से उपलब्ध नहीं होने के कारण 306.26 करोड़ रुपये का संशोधित प्रस्ताव विभाग को मंजूरी के लिए दिया गया है।

तीन स्थानों पर बनाए जाएंगे एसटीपी 

शहर के तीन स्थानों पर एसटीपी लगाए जाने हैं। हरुनगला में बीसलपुर रोड के पास 42 मिलियंस आफ लीटर पर डे (एमएलडी), हवाई अड्डे के पास ततारपुर में एक एमएलडी और बारी नगला में चौबारी नाले पर 20 एमएलडी का एसटीपी बनना है। इसके अलावा जल निगम बाकरगंज के पास सराय तल्फी में 35 एमएलडी का एसटीपी लगा रहा है, जिसका करीब 75 फीसद काम पूरा हो चुका है।

हरुनगला के एसटीपी में 13 नालों का पानी होगा शोधित 

बैरियर टू चौकी के पास से सेटेलाइट चौराहा तक नकटिया नदी में गिरने वाले 13 नालों के पानी को एसटीपी में पहुंचाकर शोधित किया जाएगा। उसके बाद उन्हें नकटिया नदी में गिराया जाएगा। इन नालों के पानी को एसटीपी तक पहुंचाने के लिए करीब 16 किलोमीटर लंबी इंटरसेप्टिक पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए पीलीभीत रोड के किनारे खोदाई होगी। इसमें धौरेरा माफी बैरियर नाला, धौरेरा माफी गांव नाला, सौ फुटा रोड नाला, जगतपुर पुलिस चौकी नाला, सुपर सिटी नला, सनराइज कालोनी नाला, आशीष रायल पार्क नाला, रुहेलखंड विवि नाला, महानगर नाला, हरुनगला नाला, हरुनगला नाला दो, ग्रीन पार्क नाला, सेटेलाइट बस नाला के पानी को ले जाकर एसटीपी तक पहुंचाया जाएगा।

\\Bसुभाषनगर के नालों का पानी चौबारी में होगा शोधित \\B

शहर के तमाम मुहल्लों से निकलने वाला पानी नालों के जरिए सुभाषनगर की ओर पहुंचता है। सुभाषनगर पुलिया पर तीन नाले मिलकर राजीव कालोनी से आगे निकलते हैं। वही, बदायूं रोड के नाले का पानी भी करगैना होते हुए चौबारी को पहुंचा है। इस तरह कई नालों का पानी चौबारी पर 20 एमएलडी के एसटीपी से शोधित होकर रामगंगा नदी में गिरेंगे। ग्राम ततारपुर में बनने वाले एसटीपी में देवरनियां नदी में प्रवाहित होने वाले एयरफोर्स नाले के पानी को पहले ही शोधित कर लिया जाएगा।

वर्जन

- शहर में तीन स्थानों पर एसटीपी निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था के साथ अनुबंध कर लिया गया है। संस्था की टीम ने सर्वे शुरू कर दिया है। जल्द एसटीपी का निर्माण शुरू कराया जाएगा।

संजय कुमार, अधिशासी अभियंता, जल निगम

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