Cleanliness Ranking : नगर निगम के अधिकारी नहीं भांप पाए शहर का मिजाज, जानिए रैकिंग सुधारने में कहां खा गए मात
Bareilly Nagar Nigam नगर निगम के अधिकारी इस बार शहर का मिजाज को भांप नहीं पाए। कचरा मुक्त शहर (जीएफसी) में एक स्टार का सर्टिफिकेट भी नहीं होने के बावजूद थ्री स्टार के लिए आवेदन कर दिया। इसलिए न्यूनतम अंक ही मिल पाए।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Nagar Nigam : नगर निगम के अधिकारी इस बार शहर का मिजाज को भांप नहीं पाए। कचरा मुक्त शहर (जीएफसी) में एक स्टार का सर्टिफिकेट भी नहीं होने के बावजूद थ्री स्टार के लिए आवेदन कर दिया। इसलिए न्यूनतम अंक ही मिल पाए। वही, खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) श्रेणी में एक सर्टिफिकेट का ही लाभ निगम को मिल पाया। इससे भी नगर निगम की रैंकिंग में सुधार नहीं हो सका।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में 18 सौ अंकों की प्रतियोगिता विभिन्न क्रियाओं में प्रमाण पत्र हासिल करने को लेकर थी। इसमें 11 सौ अंक कूड़ा मुक्त शहर के सर्टिफिकेट के और ओडीएफ के लिए सात सौ अंक दिए जाने थे। ओडीएम में एक प्रमाण पत्र होने के कारण उसके बराबर के अंकों को लेकर ही संतुष्ट होना पड़ा है। शहर को ओडीएफ प्लस के प्रमाण पत्र को लेकर मात्र तीन सौ अंक ही मिले हैं। कचरा मुक्त शहर के थ्री स्टार प्रमाणपत्र के लिए नगर निगम ने आवेदन किया था। इस श्रेणी में निगम के पास कचरा मुक्त शहर का एक स्टार प्रमाणपत्र भी नहीं है। शहर में कचरा निस्तारण की व्यवस्था नहीं होने के कारण इस श्रेणी में शून्य अंक निगम को मिला है।
एसटीपी के अभाव में ओडीएफ प्लस प्लस को नहीं कर पाए आवेदन
शहर में एक भी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) नहीं है। इस कारण सीवरेज का सही निस्तारण नहीं हो पा रहा है। नगर निगम के पास ओडीएफ प्लाट का प्रमाण पत्र है, जो उसे जनवरी 2021 में क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया के सर्वे के बाद मिला था। इस प्रमाण पत्र के तीन सौ अंक हैं। नगर निगम ओडीएफ प्लस प्लस की श्रेणी में आवेदन नहीं कर पाया। इसकी वजह शहर में एसटीपी नहीं होना है। यह प्रमाण पत्र मिलने पर पांच सौ अंक मिलते। इसके ऊपर वाटर प्लस श्रेणी है।
एक स्टार नहीं, थ्री स्टार की थी मांग
कूड़ा मुक्त शहर की श्रेणी में एक, तीन, पांच और सात स्टार का प्रमाण पत्र दिया जाता है। इसके आधार पर ही 11 सौ में अंक मिलते हैं। नगर निगम के पास एक स्टार का सर्टिफिकेट भी नहीं है। बावजूद इसके निगम ने स्टार थ्री के लिए आवेदन कर दिया था। उसे तीन सौ अंक मिलने की उम्मीद थी। मार्च में हुए स्वच्छ सर्वेक्षण में इस श्रेणी में एक भी अंक नहीं दिए गए।
हमारे पास सिर्फ ओडीएफ प्लस का ही सर्टिफिकेट था। एसटीपी नहीं होने के कारण उससे ऊंचा सर्टिफिकेट के लिए आवेदन नहीं किया। कचरा मुक्त शहर में करीब तीन सौ नंबर मिलने की उम्मीद थी, लेकिन नहीं मिले। कई शहरों से बेहतर होने के बावजूद बरेली को अंक नहीं दिए गए। संजीव प्रधान, पर्यावरण अभियंता