बरेली की जि‍ला जेल के स्‍पेशल सेल में पहुंचा पूर्व सांसद अतीक का भाई अशरफ

उत्‍तर प्रदेश में बहुचर्चित बसपा विधायक राजू पाल की हत्‍या के मुख्य आरोपी पूर्व सांसद अतीक अहमद के भाई अशरफ को शनिवार शाम बरेली जिला जेल में शिफ्ट हो गया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 06:23 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 02:53 PM (IST)
बरेली की जि‍ला जेल के स्‍पेशल सेल में पहुंचा पूर्व सांसद अतीक का भाई अशरफ
बरेली की जि‍ला जेल के स्‍पेशल सेल में पहुंचा पूर्व सांसद अतीक का भाई अशरफ

बरेली, जेएनएन। उत्‍‍‍‍तर प्रदेश में बहुचर्चित बसपा विधायक राजू पाल हत्‍याकांड के मुख्य आरोप‍ित पूर्व सांसद अतीक अहमद का भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ शनिवार शाम को बरेली जिला जेल में शिफ्ट हो गया। उसे जेल की स्पेशल सेल में कड़ी निगरानी में रखा गया है। प्रदेश सरकार द्वारा माफियाओं और बदमाशों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के तहत पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ को क्राइम ब्रांच ने तीन जुलाई की सुबह कौशांबी बॉर्डर के पास से गिरफ्तार किया था। शासन के निर्देश पर नैनी सेंट्रल जेल से पूर्व विधायक अशरफ को बरेली जेल स्थानांतरित क‍िया गया है। 

अशरफ पूर्व सांसद एवं माफिया अतीक अहमद का छोटा भाई है। लगभग तीन साल तक फरार रहे अशरफ एक लाख का इनामी था। अशरफ को क्राइम ब्रांच ने तीन जुलाई की सुबह कौशांबी बॉर्डर के पास से गिरफ्तार किया था। शनिवार को उसे बरेली लाया गया। जहांं शाम सवा चार बजे के करीब वह जिला जेल की बैरक में पहुंंचा। उस पर 33 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह पांच मुकदमों में वांछित भी था। गुरुवार सुबह 10 बजे पुलिस ने 24 घंटे के लिए रिमांड पर लिया था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसकी लाइसेंसी पिस्टल बरामद की। उसके बाद शुक्रवार सुबह 10 बजे उसे पुलिस ने नैनी सेंट्रल जेल में दाखिल किया था।

बरेली में जमेगा गुर्गों का अड्डा

अशरफ के आने के बाद एक बार फिर अतीक और अशरफ के गुर्गे बरेली को अपना अड्डा बनाएंगे। पिछले साल अतीक के आने पर गुर्गो ने इस शहर में डेरा डाला था।

अशरफ के लिए अतीक ने छोड़ी थी अपनी सीट

माफिया अतीक छोटे भाई अशरफ को बहुत मानते है। अशरफ को विधायक बनने की तमन्‍ना थी। जिसे पूरी करने के ल‍िए प्रयागराज पश्चिमी सीट से जहांं अतीक लगातार पांच बार निर्दलीय विधायक रहे वह सीट भाई को दे दी। खुद फूलपुर सीट से सांसद बना और भाई को अपनी सीट से विधायक का चुनाव लड़वाया था। उसी दौरान बसपा ने कभी अतीक का गुर्गा रहे हिस्ट्रीशीटर राजू पाल को उसी सीट पर टिकट दे दिया। चुनाव हुआ अशरफ हार गया और राजू पाल विधायक बना। विधायक बनने कुछ महीने बाद ही राजूपाल की दिन दहाड़े अत्याधुनिक असलहों से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या से कुछ दिन पहले ही विधायक राजूपाल ने पूजा पाल से शादी की थी। विधायक की हत्या में अतीक अहमद और अशरफ सह‍ित कई लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ। हालांकि फिर चुनाव में अशरफ विधायक बना। जिला जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया क‍ि  अशरफ को जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। कड़ी निगरानी की जाएगी। 

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