राजदीप अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत

कस्बा के राजदीप अस्पताल में रविवार को प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। सूचना पर स्वजन ने बिना सुविधा के ऑपरेशन करने और लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 05:29 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 05:29 AM (IST)
राजदीप अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत
राजदीप अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत

बरेली, जेएनएन : कस्बा के राजदीप अस्पताल में रविवार को प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। सूचना पर स्वजन ने बिना सुविधा के ऑपरेशन करने और लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। डॉक्टर व स्टाफ को कमरे में बंधक बना लिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला व नवजात के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। स्वजन ने प्रसव के दौरान लापरवाही की तहरीर थाना पुलिस को दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

थाना हाफिजगंज के ग्राम आसपुर निवासी धर्मेद्र कुमार पत्नी कांति देवी को प्रसव पीड़ा होने पर रविवार को कस्बा रिठौरा स्थित राजदीप अस्पताल ले गए। वहां मौजूद चिकित्सकों ने गर्भवती का ऑपरेशन करने को कहा। धर्मेंद्र का आरोप है कि अस्पताल में ऑपरेशन करने की सुविधा पूर्ण नहीं थी, लेकिन चिकित्सकों ने इसे दरकिनार कर ऑपरेशन शुरू कर दिया। ऑपरेशन के दौरान पत्नी एवं नवजात शिशु की मौत हो गई। इससे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना पर अस्पताल में स्वजन समेत ग्रामीण एकत्र हो गए। डॉक्टर पर लापरवाही बरतने एवं अस्पताल में सुविधाओं के पूर्ण न होने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। आक्रोशित भीड़ ने स्टाफ को कमरे में बंद कर दिया। मामले की जानकारी होने पर थाना प्रभारी हाफिजगंज सुरेंद्र सिंह, चौकी इंचार्ज रिठौरा सिद्धार्थ उपाध्याय पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंच गए। महिला व नवजात के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा। वहीं, आक्रोशित भीड़ को समझा-बुझाकर शांत कराया। पीड़ित धर्मेंद्र ने चिकित्सकों के विरुद्ध लापरवाही एवं बिना सुविधा के ऑपरेशन करने की तहरीर दी है।

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जिस समय महिला को लेकर उसका पति अस्पताल आया था, उस समय उसकी हालत काफी नाजुक थी। इस संबंध में पति एवं साथ में आए स्वजन को पहले ही बता दिया था।

-राजदीप सिंह गंगवार, अस्पताल संचालक

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महिला के पति की ओर से तहरीर दी गई है। महिला एवं शिशु के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

-सुरेंद्र सिंह यादव, थाना अध्यक्ष हाफिजगंज

अस्पताल संचालक के खिलाफ नोटिस जारी

मीरगंज : कस्बा स्थित एक नर्सिंग होम में प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की मौत मामले में स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल संचालक के खिलाफ नोटिस जारी किया है। पंजीयन प्रपत्र समेत कई बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा है। अस्पताल पर ताला लगा होने पर भवन स्वामी को नोटिस तामील कराया गया है।

दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेकर सीएचसी से डॉ. रोहन दिवाकर, डॉ सुनील कुमार व फार्मेसिस्ट विनय पाल सिंह भदौरिया को दिवना रोड स्थित अस्पताल नोटिस तामील कराने भेजा गया। अस्पताल पर ताला लगा था। इस पर भवन स्वामी को तलाशा गया। सूचना पर भवन स्वामी अशोक कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे। टीम ने उनसे अस्पताल संचालक का नाम-पता पूछा और सीएचसी से जारी नोटिस तामील कराया गया।

बता दें कि शाही थाना क्षेत्र के संग्रामपुर गांव निवासी जमुना प्रसाद मौर्य की पत्नी को शुक्रवार दोपहर प्रसव पीड़ा हुई। स्वजन ने गर्भवती को थाना रोड स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। चिकित्सक ने महिला की हालत गंभीर बताकर ऑपरेशन किया। प्रसूता ने बच्ची को जन्म दिया। इस दौरान प्रसूता की हालत बिगड़ गई तो नर्सिग होम प्रशासन ने आनन-फानन में उसे हायर सेंटर ले जाने को कह दिया। स्वजन दोनों को निजी अस्पताल ले जा रहे थे, मगर रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया था। जच्चा-बच्चा की मौत पर संग्रामपुर गांव पहुंचे कनकपुर (रामपुर) गांव निवासी मृतका के पिता राम औतार मौर्य ने बताया कि जच्चा-बच्चा की जान झोलाछाप ने ली है। दामाद जमुना प्रसाद ने पुत्री को प्रसव पीड़ा होने पर आशा के कहने पर शुक्रवार शाम कस्बा मीरगंज स्थित एक प्राइवेट अस्पताल पर भर्ती कराया था। रविवार दोपहर संग्रामपुर गांव में जच्चा-बच्चा का अंतिम संस्कार किया गया। सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमित कुमार ने बताया कि अस्पताल पर ताला लगा होने की स्थिति में भवन स्वामी को नोटिस तामील कराया गया। उन्होंने बताया कि संग्रामपुर गांव शेरगढ़ सीएचसी क्षेत्र में है। आशा की भूमिका की अलग से जांच की जा रही है। सूचना भेज आशा को सीएचसी पर सोमवार को बुलाया गया है।

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