हर गली, हर सड़क पर बैंड बाजा बारात

देवोत्थान एकादशी पर शहर में शहनाई और बैंड बाजे की हर ओर गूंज रही।

By Edited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 09:45 PM (IST) Updated:Tue, 20 Nov 2018 01:40 PM (IST)
हर गली, हर सड़क पर बैंड बाजा बारात
हर गली, हर सड़क पर बैंड बाजा बारात

बरेली(जेएनएन)। देवोत्थान एकादशी पर शहर में शहनाई और बैंड बाजे की हर ओर गूंज रही। बैंक्वेट हॉल से लेकर सभी प्रमुख स्थानों पर विवाह कार्यक्रमों के आयोजन हुए। प्रमुख सड़कों से लेकर गली मुहल्लों तक में खूब शादी के पंडाल सजे। रात आठ बजे से शुरू हुआ बैंड बाजे बजने का क्रम आधी रात के बाद तक जारी रहा। लोग आज मेरे यार की शादी है.., भांगड़ा, नागिन डांस आदि पर जमकर थिरके, जिससे सड़कों पर जाम भी खूब लगा। हालांकि बैंड बाजों से लेकर कई चीजों के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ा।

हिंदू समाज में देवोत्थान एकादशी पर्व के कारण चार माह बाद शुभ और मांगलिक कार्याें की शुरुआत हुई। सोमवार को आखिरकार वह घड़ी भी आ गई, जिसका इंतजार सिर्फ वर वधू और उनके परिजनों के अलावा उनके रिश्तेदारों और परिचितों व दोस्तों को भी था, तो सभी ने हर्षोल्लास से शादी का जमकर लुत्फ लिया। इससे गली मुहल्लों में तो बैंड बाजे की धुन घुड़चढ़ी के साथ ही शाम से सुनाई देने लगी, जबकि शहर की सड़कों पर रात आठ बजे से चढ़त के साथ यह धुन गूंजी। इसके चलते कई बड़े बैंड वालो को दो से तीन शिफ्टों में भी बरात करनी पड़ी। इसके साथ ही प्रमुख सड़कों पर जाम लगने की भी शुरुआत हुई। फिर रात तक लोग जाम से जूझे, जिसमें सबसे अधिक परेशानी बदायूं रोड पर हुई, जहां लाइन से बरात घर बने हुए हैं। देवोत्थान एकादशी पर तुलसी और शालिग्राम का विवाह होता है, इसलिए विवाह के लिहाज से यह तिथि भी अबूझ सहालग है। यही वजह है कि इस वर्ष देवोत्थान पर विवाह मुहूर्त नहीं होने के बाबजूद लोग अपने बेटे या बेटी के विवाह कर रहे हैं। राजीव शर्मा, ज्योतिषाचार्य शहर में दो सौ से अधिक बरातघर है। सभी विवाह कार्यक्रमों के चलते बुक है। इसके अलावा प्रमुख स्थान जैसे श्री त्रिवटीनाथ मंदिर आदि जगह भी है। इसके अलवा बहुत से लोग गली मुहल्लों में ही आयोजन करते हैं। एक अनुमान के अनुसार शहर में सोमवार को लगभग चार सौ शादियां होंगी। गोपेश अग्रवाल, अध्यक्ष, बैंक्वेट हॉल एसोसिएशन शहर में 150 से अधिक टेंट व्यापारी हैं, जिसमें से आधे ऐसे हैं, जिनके पास कम से कम दो काम हैं, जबकि बहुत से बड़े टेंट हाउस वालों के पास तीन तीन काम भी हैं, जिससे एक अनुमान है कि शहर में चार सौ से अधिक शादियां होगी। सतीश मेहता, टेंट हाउस मालिक

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