Mishap in Shahjahanpur : बेटे की जान पर आफत देख मां ने लगाई मेंथा के टैंक में छलांग, महिला सहित दो की माैत
Mishap in Shahjahanpur सफाई करते समय मेंथा प्लांट के टैंक में गिरे बेटे को बचाने के लिए महिला ने अपनी जान गवां दी। उसको बचाने के लिए वह बिना कुछ सोचे समझे टैंक में कूद गईं। पास के खेत में काम कर रहे किसान ने मदद करनी चाही।
बरेली, जेएनएन। Mishap in Shahjahanpur : सफाई करते समय मेंथा प्लांट के टैंक में गिरे बेटे को बचाने के लिए महिला ने अपनी जान गवां दी। उसको बचाने के लिए वह बिना कुछ सोचे समझे टैंक में कूद गईं। पास के खेत में काम कर रहे किसान ने मदद करनी चाही तो वह भी टैंक में गिर गए, जिससे उनकी भी मौत हो गई। हालांकि युवक की जान बच गई।
क्षेत्र के धियरिया गांव निवासी रईसपाल का गांव के बाहर मेंथा प्लांट लगा हुआ है। शनिवार शाम वह अपनी मां विद्यावती के साथ वहां टैंक की सफाई करने गए थे। सफाई करते समय रईसपाल प्लांट में बने टैंक के अंदर गिर गए। उन्हें बेहोशी छाने लगी तो मां को आवाज लगाई, जिस पर विद्यावती वहां पहुंच गईं। बेटे को बचाने के लिए वह स्वयं टैंक में कूद गईं, लेकिन उनकी भी हालत बिगड़ने लगी।
मां-बेटे की चीख सुनकर पास के खेत में काम कर रहे मुरली भी वहां पहुंच गए। दोनों को बाहर निकालने के प्रयास में वह भी टैंक में गिर गए। आसपास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीण वहां पहुंचे और तीनों को बाहर निकाला। उन्हें सीएचसी लेकर पहुंचे जहां डाॅक्टर ने विद्यावती व मुरली को मृत घोषित कर दिया। जबकि रईसपाल प्राथमिक उपचार के बाद सही हो गए। हादसे में मरे मुरली अविवाहित थे।
रईसपाल ने बताया कि उनके पिता वीरपाल का निधन हो चुका है। वह अपने भाई सेवाराम के साथ मेंथा प्लांट चलाते हैं। टैंक गहरा लगभग सात फीट गहरा है। उसमें काफी ठंडक होती है। टैंक बंद रहने के कारण उसमें गैस भी बन जाती है। हालांकि सफाई के समय टैंक का ढक्कन खुला हुआ था, लेकिन उसमें गिरते ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी।
महिला व एक व्यक्ति की मौत हुई है। मेंथा प्लांट के टैंक की सफाई के दौरान यह हादसा हुआ। स्वजन की सूचना पर पुलिस मौके पर गई थी। जसवीर सिंह, प्रभारी निरीक्षक