मेडिकल के लिए दुष्कर्म पीडिता किशोरी को कराया 16 घंटे इंतजार
मेडिकल कालेज से लेकर सीएचसी-पीएचसी तक महिला चिकित्सकों की नियुक्ति के बावजूद दुष्कर्म पीड़िताओं को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भटकना पड़ता है। पुवायां की नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता के साथ यही हुआ। पुलिस ने मुकदमा लिख शाम को ही नाबालिग को पुवायां सीएचसी भेजा।
शाहजहांपुर जेएनएन। मेडिकल कालेज से लेकर सीएचसी-पीएचसी तक महिला चिकित्सकों की नियुक्ति के बावजूद दुष्कर्म पीड़िताओं को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भटकना पड़ता है। पुवायां की नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता के साथ यही हुआ। 25 सितंबर शाम शौच के घर से बाहर 200 मीटर दूर बने शौचालय गई नाबालिग को गांव का ही एक युवक घर में खींच ले गया जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने मुकदमा लिख शाम को ही नाबालिग को पुवायां सीएचसी भेजा।
जहां महिला चिकित्साधिकारी डा. रेणु मीना के कोविड अस्पताल में ड्यूटी की वजह से फार्मासिस्ट ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। रात 11बजे पुलिस मेडिकल कॉलेज के महिला अस्पताल पहुंची, लेकिन वहां मौजूद डा. रितु रस्तोगी ने कोविड एलटू अस्पताल में अपनी ड्यूटी बताकर मेडिकल से मना कर दिया।
26 सितंबर को डा. सीमा सिंह ने भी कोविड ड्यूटी की वजह से मेडिकल नहीं किया। मामला सीएमओ डा. एसपी गौतम तक पहुंचा। तब शनिवार देर शाम महिला अस्पताल की सीएमएस डा. अनीता धस्माना ने पीड़िता का मेडिकल किया।
पुवायां सीएचसी की महिला चिकित्सक कोविड ड्यूटी में शाहजहांपुर थी। इसलिए यह दिक्कत हुई। सामान्य मामलों में सीएचसी पर ही मेडिकल की सुविधा है। डा. एसपी गौतम, सीएमओ