Rohilkhand University में परिवहन राज्यमंत्री बोले- सभी को नौकरी नहीं दे सकती सरकार Bareilly News
प्रदेश में 900 नई रोडवेज बसें चलाई जाएंगी। किराये में भी बढ़ोतरी होगी। यह जानकारी शनिवार को रुहेलखंड विश्वविद्यालय पहुंचे परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अशोक कटारिया ने दी।
जेएनएन, बरेली : प्रदेश में 900 नई रोडवेज बसें चलाई जाएंगी। किराये में भी बढ़ोतरी होगी। यह जानकारी शनिवार को रुहेलखंड विश्वविद्यालय पहुंचे परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अशोक कटारिया ने दी। विवि में आयोजित कई कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंचे मंत्री ने कहा कि परिवहन विभाग के अफसर भी अपने कामकाज के सिलसिले में बसों से सफर करेंगे। इससे उन्हें बसों की कमियां और लोगों की समस्या की जानकारी होगी।
यात्रा के दौरान अफसरों को जब खुद तकलीफों का सामना करना पड़ेगा तब बसों की हालत में सुधार होगा।कटारिया ने बताया कि निजी कंपनी से समझौता कर प्रदेश के 60 बस स्टैंड में सुपर शौचालय का निर्माण कराएगी जोकि निश्शुल्क होंगे। प्रदेश के 250 बस स्टैंडों पर दिव्यांगजन और विभाग के मृतक आश्रितों के लिए स्टाल लगवाकर स्वरोजगार की व्यवस्था कराई जाएगी। सभी बस स्टैंड पर मदर फीडिंग सेंटर खोला जाएगा।
बोले, सबको नौकरी नहीं दे सकती सरकार : इससे पहले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में ‘पं. दीनदयाल जी के चिंतन की फलश्रुति : सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ विषय पर आयोजित व्याख्यान को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार हर किसी को नौकरी नहीं दे सकती। सब अगर नौकरी करने लगेंगे तो व्यवस्था बिगड़ जाएगी। इसलिए मोदी सरकार ने स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया जैसी योजनाएं शुरू की। कहा कि नौकरी करने वालों का व्यक्तित्व मर जाता है। इसलिए स्वरोजगार व स्टार्टअप शुरू करिए।
कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला ने युवाओं, शिक्षकों को पं. दीन दयाल उपाध्याय के विचारों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया। बोले, वह राष्ट्र के प्रति चिंतित थे। अपनों के लिए चिंतित थे। यही सोच सबको रखनी चाहिए। समाज के हर तबके का विकास होना चाहिए। इस दौरान डॉ. प्रवीण कुमार तिवारी, डॉ. विमल यादव, डॉ. आभा त्रिवेदी, प्रो. एके सरकार, डॉ. रामबाबू सिंह, डॉ. विमल कुमार, डॉ. रश्मि रंजन, डॉ. मीनाक्षी द्विवेदी आदि मौजूद रहे।
अंत्योदय का संदेश लेकर कर्मचारी के घर चाय पीने पहुंचे : पंडित दीन दयाल उपाध्याय के चिंतन की फलश्रुति: सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास विषय पर आयोजित व्याख्यानमाला के बाद वह विवि में घूमे। दीन दयाल उपाध्याय का अंत्योदय संदेश देते हुए विवि के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी दीपचंद्र के घर पहुंचे। दरअसल, छात्र राजनीति के दिनों में वह दीपचंद्र के साथ बैठकर चाय पीते थे।
मंत्री बनने के बाद भी उन्हें उनका साथ याद रहा और दीपचंद्र के बारे में पूछा। फिर कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला, सुनीत शुक्ला, ओपी मिश्र को साथ लेकर उनके घर पहुंचे। उन्हें गले लगाते हुए पुरानी यादें ताजा कीं। जलपान किया। मंत्री अशोक कटारिया के रुविवि में पहुंचने पर देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। कटारिया भी विवि कैंपस में पैदल ही कई विभागों में पहुंचे। गेस्ट हाउस देखा। हॉस्टल में छात्रों से मिले। हालचाल पूछा। कई कर्मचारियों को नाम लेकर बुलाते हुए गले लगा लिया। शिक्षकों से आशीर्वाद लिया।