बरेली में खादी के संरक्षण में चलता है खनन, सिर्फ वाहनों को पकड़ने तक सीमित रहता प्रशासन
एडीएम विशु राजा और उनके स्टाफ पर हमलावर हुए खनन माफिया के गुर्गों तक पुलिस नहीं पहुंच की। मुनीष को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा गया है। वहीं डीएम नितीश कुमार ने खनन पर अंकुश के लिए सभी मजिस्ट्रेट को सक्रिय होने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
बरेली, जेएनएन। एडीएम विशु राजा और उनके स्टाफ पर हमलावर हुए खनन माफिया के गुर्गों तक पुलिस नहीं पहुंच की। मुनीष को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा गया है। वहीं डीएम नितीश कुमार ने खनन पर अंकुश के लिए सभी मजिस्ट्रेट को सक्रिय होने के निर्देश जारी कर दिए हैं। ताकि अवैध खनन पर रोक लगाई जा सके।
सोमवार को एसडीएम चावड़ गांव में खनन पकड़ने के लिए गए थे। नकटिया नदी पार करके भाग चुके खनन माफिया के गुर्गों के पीछे न जाकर वह रम्पुरा माफी की तरफ आ गए थे। जहां मुनीष, ऋषिपाल समेत तीन पर हमला करने के आरोप लगे। पुलिस ने मुनीष को तो जेल भेजा, लेकिन बाकी आरोपितों की लेाकेशन नहीं निकाल सकी है। इस हमले के बाद इज्जतनगर थाना के चावड़, अहलादपुर, कुम्हारा, मुड़िया अहमदनगर, सुभाषनगर के रामगंगा किनारे के क्षेत्रों में भी खनन पुलिस के निशाने पर है।
खादी संरक्षण में कार्रवाई हो नहीं पाती : बिथरीचैनपुर से लेकर फरीदपुर तक होने वाले खनन में ट्रैक्टर-ट्राली पकड़ी जाती है। लेकिन खादी के संरक्षण की वजह से पुख्ता कार्रवाई नहीं हो पाती है। बड़ा बाइपास पर दो साल पहले जेल चौकी के प्रभारी पर भी खनन माफिया के गुर्गों ने हमला किया था। लेकिन कुछ दिन बाद चौकी इंचार्ज को ही ट्रांसफर किया गया।प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार ने बताया कि मुनीष को जेल भेजा गया है। बाकी आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही है। जल्द की बाकी लोगों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। खनन में संलिप्त लोगों के नाम भी खोले जाएंगे।