रक्षा मंत्रालय पहुंची इंडिगो की 'उड़ान'
बरेली एयरपोर्ट से लंबी दूरी की उड़ान का मसला रक्षा मंत्रालय तक पहुंचा है। वायुसेना प्रशासन और एयरपोर्ट अथारिटी के बीच 29 अप्रैल से शुरू होने वाली मुंबई की उड़ान के लिए रजामंदी नहीं बन सकी। त्रिशूल एयरबेस का रनवे इस्तेमाल करने पर सुरक्षा की दृष्टि से वायुसेना को आपत्ति है। अब मुंबई और बेंगलुरु की उड़ान शुरू करने के इंडिगो के प्रस्तावित शेड्यूल पर आखिरी मुहर रक्षा मंत्रालय को लगानी है।
बरेली, जेएनएन: बरेली एयरपोर्ट से लंबी दूरी की उड़ान का मसला रक्षा मंत्रालय तक पहुंचा है। वायुसेना, प्रशासन और एयरपोर्ट अथारिटी के बीच 29 अप्रैल से शुरू होने वाली मुंबई की उड़ान के लिए रजामंदी नहीं बन सकी। त्रिशूल एयरबेस का रनवे इस्तेमाल करने पर सुरक्षा की दृष्टि से वायुसेना को आपत्ति है। अब मुंबई और बेंगलुरु की उड़ान शुरू करने के इंडिगो के प्रस्तावित शेड्यूल पर आखिरी मुहर रक्षा मंत्रालय को लगानी है।
उड्डयन मंत्रालय ने बरेली समेत सूबे के 17 शहरों को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत जोड़ने के लिए छोटी दूरी की उड़ान शुरू की। एलाइंस एयर ने बरेली से दिल्ली की उड़ान दी है। प्रयागराज और लखनऊ के लिए फ्लाइट का प्रस्तावित शेड्यूल अभी जारी नहीं हुआ है। वहीं निजी क्षेत्र की एयरलाइन इंडिगो ने आपरेशन हेड क्वार्टर दिल्ली को एक प्रस्तावित शेड्यूल भेजा था। इसमें 29 अप्रैल से मुंबई व एक मई से बेंगलुरु के लिए उड़ान की घोषणा की गई है। चूंकि इंडिगो एयरबस के जरिये उड़ान देना चाहती है, इसलिए वायुसेना के पास भी प्रस्तावित शेड्यूल भेजा गया तो सेना की आपत्ति सामने आई। हालांकि गोपनीयता के चलते आपत्ति के कारणों को उजागर नहीं किया गया। एयरपोर्ट अथारिटी, उड्डयन मंत्रालय और वायु सेना के बीच बैठकों के दौर चले, लेकिन हल नहीं निकला। उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी खुद भी इंडिगो की एयरबस के जरिये बरेली को मुंबई और बेंगलुरु से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। इसलिए पूरा मसौदा रक्षा मंत्रालय भेजा गया है। रक्षा मंत्रालय का फैसला आने के बाद ही दोनों रूट पर बरेली से बुकिग शुरू की जाएगी।
एप्रेन और टैक्सीपाथ में होंगे बदलाव
इंडिगो के अधिकारियों ने शनिवार को बरेली एयरपोर्ट का निरीक्षण किया था। एयरबस से मुंबई और बेंगलुरु को जोड़ने के लिए एप्रेन और टैक्सी पाथ में मामूली बदलाव होने है। एयरपोर्ट अथारिटी के मुताबिक सोमवार से बदलाव की शुरुआत कर दी जाएगी, ताकि इंडिगो के अधिकारियों के सुझाव को अमलीजामा पहनाया जा सके।
पूरा मामला रक्षा मंत्रालय को भेजा गया है। हमारा प्रयास है कि जल्दी एनओसी मिल जाए, ताकि मुंबई और बेंगलुरु के लिए भी उड़ान शुरू की जा सकें।
- राजीव कुलश्रेष्ठ, निदेशक, एयरपोर्ट अथारिटी