Maternity Leave News : बरेली में अधिकारियों के उड़े होश, मातृत्व अवकाश को लेकर डूडा की अधिकारी ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा

Maternity Leave News जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) की सिटी मिशन मैनेजर मनोरमा बिष्ट ने मातृत्व अवकाश नहीं मिलने पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उनका कहना है कि डॉक्टर की राय पर प्रसव के लिए एक माह का अवकाश लिया था।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 12:49 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 12:49 PM (IST)
Maternity Leave News : बरेली में अधिकारियों के उड़े होश, मातृत्व अवकाश को लेकर डूडा की अधिकारी ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा
Maternity Leave News : बरेली में अधिकारियों के उड़े होश

बरेली, जेएनएन। Maternity Leave News : जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) की सिटी मिशन मैनेजर मनोरमा बिष्ट ने मातृत्व अवकाश नहीं मिलने पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उनका कहना है कि डॉक्टर की राय पर प्रसव के लिए उन्होंने पांच जनवरी 2021 को एक माह का अवकाश लिया था। इसके बाद एक फरवरी को ई-मेल के माध्यम से दो महीने घर से काम करने की अनुमति मांगी थी। प्रसव के बाद उन पर वापस काम पर आने का दबाव डाला गया। असमर्थता जताने पर नौकरी से हटाने या दूर ट्रांसफर करने को कहा।

उन्होंने डूडा के परियोजना निदेशक अभिषेक आनंद और परियोजना अधिकारी शैलेंद्र भूषण से अपनी व बच्चे की देखभाल के लिए बगैर अवकाश के छुट्टी स्वीकृत करने का आग्रह किया, लेकिन सुनी नहीं गई। इस पर वह अफसरों के खिलाफ हाईकोर्ट चली गई। इसे लेकर अधिकारियों में खलबली मची है।

अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह का कहना है कि एनयूएलएम में 10 से कम आठ ही कर्मचारी है। इसलिए वहां मातृत्व अवकाश के नियम लागू नहीं होते। जबकि महिला कर्मी ने कोर्ट में 1961 एक्ट के तहत ऐसे प्रावधान का दावा किया है। डूडा के परियोजना अधिकारी शैलेंद्र भूषण का कहना है कि महिला आउटसोर्सिंग पर तैनात है। उनकी सेवा शर्तों की जानकारी ली जा रही है।

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