बरेली में प्रसूता को बंधक बनाया
जागरण संवाददाता, बरेली : भमोरा में बरेली मार्ग स्थित एक अस्पताल में प्रसव के बाद नवजात की मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, बरेली : भमोरा में बरेली मार्ग स्थित एक अस्पताल में प्रसव के बाद नवजात की मौत हो गई। स्वजन ने स्टाफ से प्रसूता को दूसरे अस्पताल में ले जाने को कहा। आरोप है कि इसपर स्टाफ ने स्वजन से बिल के रूप में 45 हजार रुपये मांगे। बिल न देने पर उन्होंने प्रसूता को डिस्चार्ज नहीं किया। स्वजन ने स्टाफ पर प्रसूता को बंधक बनाने का आरोप लगाकर एसडीएम से शिकायत की। इसके बाद चिकित्सा अधीक्षक ने अस्पताल पहुंचकर रोगी के स्वजन के बयान दर्ज किए।
गांव इस्लामाबाद के बिजनेश ने बताया कि 17 सितंबर को प्रसव पीड़ा होने पर पत्नी नीलम को भमोरा के बीके पलक अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल स्टाफ ने सामान्य प्रसव कराने के साथ ही कम खर्च का भरोसा दिया। आरोप है कि पूर्वाह्न लगभग 11 बजे पत्नी का आपरेशन कर प्रसव कराया गया, जिसमें नवजात की मौत हो गई। पत्नी की हालत में सुधार न होने पर 22 सितंबर को उसे दूसरे अस्पताल ले जाने को कहा। इसपर अस्पताल कर्मियों ने कहा कि पहले बिल जमा करें, इसके बाद प्रसूता को दूसरी जगह ले जाएं। स्वजन ने बिल अधिक बताते हुए जमा करने से हाथ खड़े कर दिए। मामले में पुलिस को तहरीर दी गई। इसके साथ ही एसडीएम से भी शिकायत की गई। एसडीएम के आदेश पर अस्पताल पहुंचे भमोरा सीएचसी के प्रभारी डा. गौरव शर्मा ने मरीज के स्वजन के बयान दर्ज किए। इस दौरान अस्पताल में कोई भी डाक्टर मौजूद नहीं था। केवल कर्मी ही थे। वे संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। बाद में चिकित्सक के आने के बाद पुलिस के हस्तक्षेप के बाद प्रसूता को वहां से छोड़ा गया। अस्पताल संचालक डा. बाल किशन ने फोन पर बताया कि मरीज को बंधक बनाए जाने की कोई बात नहीं थी। केवल दवाओं के बिल देने को कहा था। बाद में उसे माफ कर मरीज को उसके स्वजन की इच्छानुसार भेज दिया गया।