बदायूं में ठेली पर तड़पती रही प्रसूता, सरकारी अस्पताल में नहीं म‍िला स्टाफ

एंबुलेंस नहीं मिलने पर परिजन ठेली से लादकर प्रसूता को प्राथमिक केंद्र लेकर पहुंचे। प्रसूता दर्द से तड़प रहीं थी लेकिन अस्पताल में स्टाफ मौजूद नहीं था।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 09:45 PM (IST) Updated:Thu, 06 Aug 2020 09:50 AM (IST)
बदायूं में ठेली पर तड़पती रही प्रसूता, सरकारी अस्पताल में नहीं म‍िला स्टाफ
बदायूं में ठेली पर तड़पती रही प्रसूता, सरकारी अस्पताल में नहीं म‍िला स्टाफ

बदायूं, जेएनएन: एंबुलेंस नहीं मिलने पर परिजन ठेली से लादकर प्रसूता को प्राथमिक केंद्र लेकर पहुंचे। प्रसूता दर्द से तड़प रहीं थी, लेकिन अस्पताल में स्टाफ मौजूद नहीं था। मजबूरी पर परिजन प्रसूता को घर वापस ले गए। महिला का घर में प्रसव कराया गया। अस्पताल में मौजूद लोगों ने ठेली पर आई प्रसूता का वीडियो बना लिया। जो कि वायरल हो गया। लेकिन इससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा है।

मामला सलापुर ब्लॉक के क्षेत्र गांव नंदगांव में सामने आए। गांव निवासी गुड्डू की पत्नी रामादेवी के सोमवार रात प्रसव पीड़ा हुई। गुड्डू ने सरकारी एंबुलेंस बुलाने के लिए हेल्पलाइन से संपर्क किया। उधर से जवाब मिला कि नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र कुंवरगांव में कोई एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हैं। इसके बाद गुड्डू ने गांव में एक ठेली वाले से संपर्क किया। गुड्डू ने परिजनों के साथ रामादेवी को ठेली में डालकर जब कुवंरगांव पीएचसी पहुंचा तो वहां कोई स्टाफ मौजूद नहीं था। पीएचसी पर एंबुलेंस खड़ी थी, लेकिन प्रसूता दर्द से कराह रही थी। स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद दाई ने भी प्रसव कराने से मना कर दिया। प्रसूता के परिजनों ने काफी मिन्नत की, लेकिन दाई नहीं मानी। आखिर में मजबूर होकर परिजन प्रसूता को घर ले गए। बुधवार को दिन में प्रसूता ने घर में ही बच्चे को जन्म दिया। इस मामले में पीएचसी प्रभारी डॉ.ख्याली राम ने बात करनी चाही तो उनका फोन बंद जा रहा था। सीएमओ यशपाल ङ्क्षसह ने बताया कि इस मामले में कोई जानकारी नहीं है।  

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