Market : बरेली में फाइनेंस कंपनियाें की हुई बल्ले-बल्ले, काेराेना संक्रमण से लाेगाें में बढ़ा छोटी कारों का क्रेज, स्थिति जानकर रह जाएंगे हैरान

कोरोना संक्रमण के बीते समय ने लोगों के मन में भय पैदा किया है। लोग अब भीड़ से बचना चाहते हैं।जिनके पास इंतजाम हैं वह नहीं चाहते कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफर किया जाए। इसके चलते लोग छोटी लेकिन अपनी कार खरीद रहे हैं।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 10:28 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 10:28 AM (IST)
Market : बरेली में फाइनेंस कंपनियाें की हुई बल्ले-बल्ले, काेराेना संक्रमण से लाेगाें में बढ़ा छोटी कारों का क्रेज, स्थिति जानकर रह जाएंगे हैरान
Market : बरेली में फाइनेंस कंपनियाें की हुई बल्ले-बल्ले, काेराेना संक्रमण से लाेगाें में बढ़ा छोटी कारों का क्रेज

बरेली, जेएनएन। Market : कोरोना संक्रमण के बीते समय ने लोगों के मन में भय पैदा किया है। लोग अब भीड़ से बचना चाहते हैं।जिनके पास इंतजाम हैं वह नहीं चाहते कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफर किया जाए। इसके चलते लोग छोटी, लेकिन अपनी कार खरीद रहे हैं। इसके चलते जिले ऑटोमोबाइल डीलर्स के पास कारों की एडवांस बुकिंग के लिए लाइन लगी हैं।

लोगों में कार खरीदने को लेकर पिछली दीपावली के बाद से चाव बढ़ा है। ऑटो माेबाइल डीलरों की मानें तो इसकी वजह कोरोना संक्रमण है। लोग कहते हैं कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट से चलने से संक्रमण का खतरा बना रहता है। इसके चलते अपनी कार खरीद रहे हैं। डीलर बताते हैं कि सबसे ज्यादा मांग 8 से 12 लाख रुपये कीमत वाली कार की है। जिले में अलग अलग कंपनियों को मिलाकर करीब 20 से अधिक लोगों के पास कारों की डीलरशिप है। लेकिन ग्राहकों को कार देने के लिए एजेंसियों पर टोटा है। सभी डीलरों को मिला लें तो तकरीबन एक हजार से अधिक कारों की एडवांस बुकिंग चल रही है।

फाइनेंस कंपनियों की भी निकल पड़ी

करीब आठ महीने से कार बाजार में आई बूम से फाइनेंस कंपनियों की भी लॉटरी निकल पड़ी है। कार की मांग को देखते हुए अलग अलग फाइनेंस कंपनियों के मैनेजर से लेकर छोटे कर्मचारी दिन भर कार डीलर्स के चक्कर लगाते रहते हैं। ऑटोमोबाइल कारोबारी बताते हैं कि 60 फीसद लोग कार लोन पर ही ले रहे हैं।

नहीं मिल रहे पार्टस, बढ़ रहा इंतजार

डीलर्स बताते हैं कि फरवरी से लेकर अब तक लगातार बुकिंग की जा रही है। कंपनियों से जब डिलीवरी मांगते हैं तो 100 कार की जगह वह दस या बीस कार भेज पाते हैं। बताते हैं कि कार बनाने वाले कंपनियों के पास पार्ट्स के कच्चे माल की कमी है। इसके चलते मांग के अनुरूप कार नहीं बन पा रही हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत सेमीकंडक्टर मिलने में आ रही है।

- लोगों में निजी कार को लेकर बीते सात आठ महीने से रुझान काफी बढ़ा है। कार की एडवांस बुकिंग लगी हुई है, लेकिन कंपनी आपूर्ति नहीं दे पा रही हैं। - सचिन भसीन, हुंडई

- तीन से चार महीने की एडवांस बुकिंग लगी हुई है। लोगों की डिमांड 6 से 12 लाख तक वाली कार की सबसे ज्यादा है। करीब तीन से चार सौ कार की एडवांस बुकिंग लगी है। - नवनीत अग्रवाल, किया मोटर्स

- पब्लिक ट्रांसपोर्ट से चलने में संक्रमण का खतरा रहता है। परिवार को बचाने के लिए कार की बुकिंग कर दी है, लेकिन कार दो महीने बाद मिलने की बात कही है। - चौधरी अनवार, ग्राहक

- कोरोना संक्रमण के दौर में कार जरूरी हो गई है। परिवार से बातचीत के बाद छोटी कार पर सहमति बनी। बुक कर दी है, लेकिन अब तक नंबर नहीं आया है। - सतेंद्र सिंह, ग्राहक

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