दस किलोमीटर दौड़ में कई धावकों का उखड़ा दम, थक कर बैठे , Bareilly News

दस किलोमीटर की दौड़ लगाने में कई धावकों का आधे रास्ते में ही दम उखड़ गया। चार-पांच खिलाड़ी तो वैन में बिठाकर रुविवि कैंपस लाए गए।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Wed, 18 Sep 2019 09:31 PM (IST) Updated:Wed, 18 Sep 2019 09:31 PM (IST)
दस किलोमीटर दौड़ में कई धावकों का उखड़ा दम, थक कर बैठे , Bareilly News
दस किलोमीटर दौड़ में कई धावकों का उखड़ा दम, थक कर बैठे , Bareilly News

जेएनएन, बरेली : खेल दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिट इंडिया अभियान शुरू किया। उद्देश्य, युवा स्वास्थ्य को लेकर सजग बनें। क्यों.. इसकी बानगी एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की अंतर महाविद्यालयी क्रास कंट्री दौड़ में मंगलवार को देखने को मिली। जब दस किलोमीटर की दौड़ लगाने में कई धावकों का आधे रास्ते में ही दम उखड़ गया। चार-पांच खिलाड़ी तो वैन में बिठाकर कैंपस लाए गए। खास बात, जो खिलाड़ी चैंपियन बने, वो भी भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआइयू) के मानकों पर खरा नहीं उतर सके। ऐसे में छह और दस अक्टूबर को दक्षिण भारत में होने वाली एआइयू की अंतर विवि प्रतियोगिता में रुविवि की टीम के प्रतिभाग का संकट पैदा हो गया है। अब विवि के क्रीड़ा विभाग ने अच्छा समय निकालने वाले खिलाड़ियों के लिए कैंप लगाने का निर्णय किया है। इन्हें कैंप में अभ्यास कराया जाएगा। समय में सुधार होने पर टीम एआइयू की प्रतियोगिता में भेजी जाएगी।

34 मिनट में दौड़ पूरी कर चैंपियन बने धर्मेंद्र 

मंगलवार सुबह साढ़े छह बजे विवि कैंपस से पुरुष, महिला वर्ग की दौड़ शुरू हुई। पुरुष वर्ग में खुसरो कॉलेज, बरेली के धमेंद्र कुमार मौर्य 34:02:22 मिनट में दौड़ पूरी कर चैंपियन बने हैं, जबकि महिला वर्ग में जीएफ कॉलेज, शाहजहांपुर की अनुराधा गंगवार ने 46:33:25 मिनट के साथ चैंपियंस ट्रॉफी जीती। पुरुष वर्ग में दूसरे स्थान जीएफ कॉलेज के भूपेंद्र सिंह और तीसरे स्थान पर जेएसएच कॉलेज, अमरोहा के दिनेश कुमार रहे हैं। महिला वर्ग में कन्या महाविद्यालय भूड़, बरेली की कॉलेज चक्रवर्ती दूसरे और केडी नागर महाविद्यालय, मुरादाबाद की कंचन तीसरे स्थान पर रही हैं।

साढ़े चार लाख में 69 धावक

रुविवि से संबद्ध बरेली-मुरादाबाद मंडल के 545 डिग्री कॉलेजों में करीब 4.62 लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। क्रास कंट्री में पुरुष वर्ग में 50 और महिला वर्ग में 19 धावक ही सामने आई। लाखों की संख्या से सौ धावकों के भी प्रतिभाग न करने से विवि की मजबूत टीम नहीं बन पाती है। यही कारण है कि उसकी झोली में गिनती के पदक आ पाते हैं।

गिरकर दौड़ीं और तीसरा स्थान

महिला वर्ग में तीसरे पायदान पर रहने वाली कंचन के हौसले ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। दौड़ के अंतिम क्षण में वह लड़खड़ाकर गिर पड़ीं, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। फिर खड़ी हुईं और दौड़ में तीसरा स्थान प्राप्त कर लिया है।

कुलसचिव ने किया सम्मानित

विजेता खिलाड़ियों को कुलसचिव डॉ. सुनीता पांडेय ने मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। शुभारंभ क्रीड़ा सचिव प्रो. एके जेटली ने किया। इस दौरान डॉ. आलोक श्रीवास्तव, डॉ. जेएन मौर्या, डॉ. हेम कुमार गौतम, डॉ. ओपी उपाध्याय, डॉ. एके सिंह, ओपी मिश्र, राम सेवक, रोहित, सुधांशु कुमार, नवल आदि मौजूद रहे।

छह अक्टूबर को प्रतियोगिता

एआइयू की महिला वर्ग की अंतर विवि प्रतियोगिता छह अक्टूबर को विशाखापट्टनम में होगी, जबकि पुरुष वर्ग प्रतियोगिता दस अक्टूबर को मैंगलोर यूनिवर्सिटी में होगी। इसी अंतराल में विवि को टीम में सुधार करना है।

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