सीएम योगी आदित्य नाथ से मुुलाकात पर खफा मन्नानी मियां बोले- काजी उल हिंदुस्तान कहलाने लायक नहीं असजद रजा, मांगा तालीम का सर्टिफिकेट
Dargah E Ala Hazrat Khandan जमात रजा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान रजा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद आला हजरत खानदान में मचा घमासान थम नहीं रहा है। इस मामले में मन्नानी मियां ने काजी उल हिंदुस्तान असजद रजा पर सवाल खड़ा कर दिया है।
बरेली, जेएनएन। Dargah E Ala Hazrat Khandan: जमात रजा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान रजा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद आला हजरत खानदान के लोगों में मचा घमासान रुक नहीं रहा है। खानदान के सबसे बुजुर्ग शख्स मन्नानी मियां ने काजी उल हिंदुस्तान असजद रजा के ओहदे पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। कहा है कि वह इस ओहदे (पद) के लायक ही नहीं हैं। अगर हैं तो वह अपनी तालीम की सनद (सर्टिफिकेट) दिखाएं। उन्होंने सलमान मियां की तालीम पर भी सवाल उठाए हैं।
दरगाह आला हजरत का करीब 103 साल पुराना धार्मिक संगठन जमात रजा ए मुस्तफा है। ईद उल अजहा से पहले जमात के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान मियां दो अन्य लोगों के साथ मुख्यमंत्री से मिले थे। बीते दिनों इस मुलाकात का फोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद खलबली मची हुई है। खानदान के सबसे बुजुर्ग शख्स व काजी उल हिंदुस्तान असजद मियां के चाचा मन्नानी मियां ने इसका जमकर विरोध किया है।
उन्होंने आडियो वायरल कर नाराजगी जताई थी। रविवार को उनका मीडिया से बात करते हुए एक वीडियो जारी हुई है, जिसमें उन्होंने कहा है कि मेरा भतीजा असजद रजा काजी उल हिंदुस्तान ओहदे के लायक नहीं है। अगर वह इस पद पर बने हैं तो अपनी सनद दिखाएं। मैं अपनी सनद दिखा रहा हूं। उन्होंने सलमान मियां से भी सनद तलब करने को कहा। उन्होंने बताया कि आला हजरत ने फरमाया था कि शहर का सबसे आलिम ही मरकज का सज्जादानशीन बने।
दरगाह के नाम का हो रहा इस्तेमाल, मुझे इससे एतराज
एत्तेहाद ए मिल्लत कौंसिल (आइएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने मीडिया से मुखातिब होकर कहा कि आला हजरत दरगाह का नाम हर जगह इस्तेमाल किया जाता है, मुझे इससे सख्त एतराज है। बोले, जिनकी अपनी कोई पहचान नहीं है, वह दरगाह के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं, मैं इसका विरोध करता है। बीते दिनों मुख्यमंत्री से मिले जमात के उपाध्यक्ष सलमान मियां का नाम लिए बिना बोले, मिसाइल पैदा कौन कर रहा है, जो पैदा कर रहा है उससे शिकायत करने का कोई मतलब नहीं। उन्होंने कहा कि सियासत वह भी करते हैं, लेकिन दरगाह का नाम नहीं लेते। बोले, लाल बत्ती या ओहदा हासिल करना चाहते हैं तो दरगाह या किसी तंजीम का नाम का इस्तेमाल नहीं करें। अपने बलबूते पर लें। उन्होंने कहा कि प्रकरण में हंगामा करना भी मुनासिब नहीं। बोले, बड़ों ने छोटों को बुलाकर डांटना चाहिए।
तीसरे मोर्चे ने आइएमसी से मांगा सहयोग (फोटो)
जासं, बरेली : 52 पार्टियों के नवगठित तीसरे मोर्चे इंडियन डेमोक्रेटिव अलायन्स के पदाधिकारियो का प्रतिनधिमंडल जै समता पार्टी के अध्यक्ष हेमंत कुशवाह के नेतृत्व में रविवार को आइएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा से मिला। उन्होंने मौलाना से तीसरे फ्रंट के रूप में आगामी विधानसभा चुनाव में सहयोग करने की मांग की। मौलाना ने विचार कर जवाब देने की बात कही। इस दौरान कुशवाह जन अधिकार पार्टी, भरत गांधी वोटर्स पार्टी, मेजर अमर सिंह चौहान राष्ट्रवादी जनवादी पार्टी, शत्रुध्न निषाद अभय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और डा. नफीस, मुनीर इदरीसी, फरहत खान आदि मौजूद रहे।