Mangla Gauri Fast News : शोभन योग में मंगला गौरी व्रत में मिलेगा पूजा का विशेष फल, इस तरह से करें मां का पूजन
Mangla Gauri Fast News सावन महीने में जैसे सावन के सोमवार का महत्व होता है और भगवान शिव की पूजा की जाती है। ठीक उसी प्रकार सावन महीने के पहले मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। इस बार मंगला गौरी व्रत 27 जुलाई को है।
बरेली, जेएनएन। Mangla Gauri Fast News: सावन महीने में जैसे सावन के सोमवार का महत्व होता है और भगवान शिव की पूजा की जाती है। ठीक उसी प्रकार सावन महीने के पहले मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। इस बार मंगला गौरी व्रत 27 जुलाई को है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन सुहागिन महिलाएं माता पार्वती की पूजा करती हैं और मंगला गौरी का व्रत रखती हैं। मंगला गौरी व्रत भगवान शिव की अर्धांगनी पार्वती को समर्पित होता है।
मंगला गौरी व्रत में शोभन योग का महत्व
सावन का पहला मंगला गौरी व्रत शोभन योग मे बन रहा है और ज्योतिष विज्ञान के अनुसार शोभन योग को शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। आचार्य मुकेश मिश्रा ने बताया कि शोभन योग मंगलवार को रात 9.11 मिनट तक है। इस दिन राहुकाल दोपहर 3.51 मिनट से शाम 5.33 मिनट तक है। अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजे से 12.55 मिनट तक है। विजय मुहूर्त दोपहर 02.43 मिनट से दोपहर 03.38 मिनट तक रहेगा।
ऐसे करें देवी पूजा का पूजा अर्चना
मंगला गौरी का व्रत पर सुबह स्नान के बाद विधि विधान से माता पार्वती की पूजा करें। पूजा में मां पार्वती के लिए 16 श्रृंगार का सामान रखें। पार्वती चालीसा का पाठ करें और पूजा के अंत में माता पार्वती की आरती करना न भूलें।
मंगला गौरी व्रत धार्मिक महत्व
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक महिलाएं मंगला गौरी का व्रत अपने पति के सुखी जीवन एवं लंबी आयु के लिए रखती हैं। ऐसा माना जाता है कि अखंड सौभाग्य के लिए रखा जाने वाला ये व्रत संतान सुख भी देता है। इस व्रत को करने से संतान का जीवन भी सुखी होता है।