Environment : पर्यावरण बचाने को जन्मदिन-शादी पर दीजिए ये अनोखा ताेहफा
जन्मदिन हो या फिर शादी की सालगिरह। साल में ऐसे कई खास मौके आते हैं जिन्हें हम धूमधाम से मनाते हैं। सेल्फी फोटो वीडियो के जरिए इन खुशनुमा पलों को सहेजते हैं।
शाहजहांपुर, अंबुज मिश्रा। जन्मदिन हो या फिर शादी की सालगिरह। साल में ऐसे कई खास मौके आते हैं जिन्हें हम धूमधाम से मनाते हैं। सेल्फी, फोटो, वीडियो के जरिए इन खुशनुमा पलों को सहेजते हैं, लेकिन हरियाली का शगुन देकर अब इन्हें लंबे समय तक के लिए यादगार बनाया जा सकेगा। खास मौकों को और भी खास बनाने की यह पहल की है नगर निगम प्रशासन ने। जिसके तहत कोई भी व्यक्ति अपने या बच्चों के जन्मदिन, शादी या उसकी सालगिरह, माता-पिता की स्मृति या फिर परिचितों के जन्मदिन पर उपहार के रूप में उनके नाम का पौधा लगवा सकता है। ककरा कलां स्थित जैव विविधता पार्क में लगने वाले पौधे के वृक्ष बनने तक उसकी रखवाली नगर निगम करेगा। हालांकि इसके लिए 5100 रुपये बतौर शगुन निगम प्रशासन को देने होंगे। ये रुपये पौधे की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड के अलावा उसके समय-समय पर खाद, पानी आदि पर व्यय होंगे।
पर्यावरण प्रेमियों के लिए सौगात
तमाम लोग हैं जो शुभ अवसरों पर अपने घर या सार्वजनिक स्थानों पर पौधारोपण तो करते हैं, लेकिन नियमित देखभाल संभव नहीं होती। ऐसे में 90 फीसद मामलों में पौधे नष्ट हो जाते हैं। कई लोग ऐसे भी हैं जो खास मौकों पर पौधे लगाना तो चाहते हैं, लेकिन घर में जगह न होने की दिक्कत आ जाती है। ऐसे पर्यावरण प्रेमियों के लिए यह पहल मददगार होगी। इससे न सिर्फ उन्हें अपनी पहचान के रूप में नाम का व्यक्तिगत पेड़ लगाने का अवसर मिलेगा, बल्कि शहर के पर्यावरण संरक्षण में भी अपना योगदान दे सकेंगे।
पार्क एक नजर में :
- दस हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैल है जैव विविधिता पार्क
- वॉकिंग ट्रैक के बाद साइकिल ट्रैक बनाने पर भी विचार
- यहां पर विभिन्न प्रजातियों के लगाए जाएंगे पौधे
- वनस्पति विज्ञान, कृषि के छात्र-छात्राओं के अध्ययन में मिलेगी मदद
- छोटे घने जंगल का होगा स्वरूप, फलदार वृक्ष भी होंगे इसमें
- 11 हजार पौधों लगाए गए हैं यहां पर, चल रहा है पौधारोपण
इस थीम के पीछे हमारा मकसद लोगों का पर्यावरण के प्रति रूझान बढ़ाना है। बच्चे जब अपने नाम के पौधे को साथ बड़ा होता देखेंगे तो उनके व उनके अभिभावकों के लिए अनूठा अनुभव होगा। लोगों की पार्क में आवाजाही बढ़ेगी। अपने नाम का वृक्ष होने से न सिर्फ संबंधित व्यक्ति बल्कि उनके परिवार का भी जुड़ाव होगा। संतोष शर्मा, नगर आयुक्त