सिर्फ कागजों में बन रहा लखनऊ-बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग, गड्ढे कब कहां किसकी जान ले लें किसी को नहीं पता
Lucknow Bareilly National Highway Built on Paper कोरोना काल के बाद लखनऊ दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर काम तेज तो हुआ लेकिन कागजों पर। हकीकत में अब भी इस पर सफर करना खतरे से खाली नहीं है। कब कहां गड्ढा आ जाए।
बरेली, जेएनएन। Lucknow Bareilly National Highway Built on Paper : कोरोना काल के बाद लखनऊ दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर काम तेज तो हुआ, लेकिन कागजों पर। हकीकत में अब भी इस पर सफर करना खतरे से खाली नहीं है। कब कहां गड्ढा आ जाए। कहां सड़क सड़क उखड़ी मिल जाए पता नहीं। जरा सी चूक होने पर हादसा तय है। बावजूद इसके अधिकारी व जनप्रतिनिधि सिर्फ बयानबाजी तक सीमित हैं। इनकी अनदेखी व कार्यदायी संस्था की लापरवाही से जिन्होंने अपनों को हमेशा के लिए खो दिया उनकी सुनने वाला भी कोई नहीं है। बात कटरा की करें तो यहां हुलासनगरा क्रासिंग जाम का सबसे बड़ा प्वाइंट बन चुका है। मुख्य चौराहे पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर का सर्विस रोड गहरे गड्ढों में तब्दील हो गया है। जरा सी बारिश होने पर यहां होने वाले जलभराव के कारण वाहनों का निकलना मुश्किल हो जाता है। कई बार गड्ढे में फंसकर वाहन खराब होते हैं। ऐसे में लंबा जाम लगता है।
एक घंटे तक रहा जामः बुधवार शाम चार से पांच बजे तक हुई बारिश के दौरान भी यहां का हाल कुछ ऐसा ही हो गया। सर्विस रोड पर लगे जाम को खुलवाने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। वाहनों को रोक-रोककर निकाला गया।
क्या कहते हैं अधिकारीः पीआरएल के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर पुष्पेंद्र कुमार पाराशर ने बताया कि मुझे हुलासनगरा रेलवे क्रासिंग गेट पर ओवरब्रिज के निर्माण कार्य को पूर्ण करने की एनएचएआइ से जिम्मेदारी मिली है। हमारा काम ओवरब्रिज का निर्माण कार्य कराना है। हाईवे पर हुए गड्ढ़े भरवाने की हमारी जिम्मेदारी नहीं है। आरसीएल के इंजीनियर का कहना है कि कटरा चौराहे पर बन रहे फ्लाइओवर को बनवाने का काम हमारी कंपनी कर रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए गड्ढों को भरवाने में हम मदद कर देते हैं, लेकिन इसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं है।प्रभारी निरीक्षक कटरा प्रवीण सोलंकी का कहना है कि यातायात बहाल करा दिया गया है। नगर पंचायत के अलावा राजमार्ग के निर्माण में लगी चार जेसीबी मशीनों की मदद से सर्विस रोड के गड्ढे भरवाए थे, लेकिन भारी वाहन निकलने के कारण फिर स्थिति वही हो जाती है। हादसे रोकने के लिए चौराहे पर पुलिस पिकेट के अलावा होमगार्डों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी।