एंटीजन किट गड़बड़, घंटों इंतजार फिर भी रिपोर्ट सटीक नहीं
जिले में आरटी-पीसीआर टेस्ट की जांच रिपोर्ट में देरी के मामले खत्म नहीं हो रहे। केवल एंटीजन टेस्ट का भरोसा था लेकिन अब इसकी रिपोर्ट में गड़बड़ी से जांच किट की क्वालिटी कटघरे में खड़ी होने लगी है।
बरेली, जेएनएन: कोविड संक्रमण से बचाव के दो ही तरीके हैं। गाइडलाइन का पालन और संक्रमण की समय पर जांच और फिर समुचित इलाज। जिले में आरटी-पीसीआर टेस्ट की जांच रिपोर्ट में देरी के मामले खत्म नहीं हो रहे। केवल एंटीजन टेस्ट का भरोसा था, लेकिन अब इसकी रिपोर्ट में गड़बड़ी से जांच किट की क्वालिटी कटघरे में खड़ी होने लगी है। वहीं, कोविड जांच को लेकर सरकारी व्यवस्थाओं पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
करीब घंटे भर बाद मिलती है रिपोर्ट
आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट देरी से आती है। इसीलिए कोविड संक्रमितों का जल्द से जल्द पता लगाने के लिए एंटीजन टेस्ट शुरू हुआ। इसमें 15 मिनट में जांच का दावा किया जाता है। रिपोर्ट सौ फीसद तो ठीक नहीं मानी जाती, लेकिन इसकी रिपोर्ट को पूरी तरह झुठलाया भी नहीं जाता। इस समय जो एंटीजन किट आई हैं, उसमें परिणाम का पता चलने में कई बार एक-एक घंटा तक लग जाता है।
किट में गुलाबीपन से फाल्स रिपोर्ट
एंटीजन किट में एक लाइन का मतलब निगेटिव और दो लाइन का मतलब पॉजिटिव होता है। किट में कई बार करीब एक घंटे बाद तक लाइन आनी शुरू होती हैं। इसके बाद अचानक लाइन धुंधली हो जाती हैं। इसके बाद किट में फैल जाती हैं। मेडिकल टर्म में इसे फाल्स रिपोर्ट मसलन फाल्स पॉजिटिव या फाल्स निगेटिव कहते हैं। आम भाषा में इसका मतलब है कि रिपोर्ट पॉजिटिव है या निगेटिव, स्पष्ट तौर पर कहा नहीं जा सकता।
यही खामियां कम जांच होने की वजह भी
जानकार बताते हैं कि आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट पहले से ही तीन दिन की जगह आठ से दस दिन में आ रही है। इस पर एंटीजन किट से जांच रिपोर्ट में भी देरी और रिपोर्ट साफ न होने से लोग परेशान हो गए हैं। घंटों इंतजार के बाद भी कोविड संदिग्ध हैं या नहीं, पता न चलने की वजह से ही लोग अब जांच करने में कतरा रहे हैं। यह भी इस समय कम जांच होने की बड़ी वजह है।
मुनाफाखोरी तो वजह नहीं
जानकार लैब टेक्नीशियन बताते हैं कि कोरोना संक्रमण की शुरुआत में जो एंटीजन किट जांच के लिए दी थीं, उनसे समय पर और सटीक रिजल्ट आता था। खासकर पहली किट काफी बेहतर थी। अब जो एंटीजन जांच किट हैं, वो दोयम दर्जे की थी।
वर्जन
एंटीजन किट की सप्लाई मुख्यालय से सीएमएसडी के जरिए पहुंचती है। अगर इस बार पहुंची एंटीजन टेस्ट किट में खामी है तो इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जाएगी।
- डॉ.एसके गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी