डिवाइडर पर बैठा शराबी बाइक के आगे कूदा, हादसे में मासूम की मौत

पुलिस ने शराबी को हिरासत में लेकर मेडिकल के लिए भेजा है। दुर्घटना के वक्त बच्चे की मां पीछे दूसरी बाइक पर आ रही थी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 03:32 AM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 03:32 AM (IST)
डिवाइडर पर बैठा शराबी बाइक के आगे कूदा, हादसे में मासूम की मौत
डिवाइडर पर बैठा शराबी बाइक के आगे कूदा, हादसे में मासूम की मौत

बरेली, जेएनएन : नैनीताल रोड पर इज्जतनगर बैरियर के पास डिवाइडर पर बैठे शराबी की खुराफात ने एक परिवार की खुशियां छीन ली। अचानक सड़क पर कूद आए शराबी की वजह बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। पीछे बैठे युवक के हाथ से दस महीने का बच्चा सड़क पर गिरकर मौत हो गई। पुलिस ने शराबी को हिरासत में लेकर मेडिकल के लिए भेजा है। दुर्घटना के वक्त बच्चे की मां पीछे दूसरी बाइक पर आ रही थी। दो बेटियों में इकलौते बेटे की दर्दनाक मौत देख वह बेसुध हो गई। बृजपाल रुद्रपुर में एक प्राइवेट फैक्ट्री में मजदूरी करते है। गुरुवार रात करीब 12.30 बजे बृजपाल अपनी बाइक पर ममेरे भाई के कुंदन के साथ रुद्रपुर से बरेली आ रहे थे। पीछे बैठे कुंदन की गोद में उनका दस महीने का बेटा सार्थक था। इज्जतनगर के बैरियर-एक पर शराब के नशे में व्यक्ति डिवाइडर पर बैठा था। अचानक वह उनकी बाइक के सामने कूद पड़ा। उनके कुछ समझने से पहले ही बाइक शराबी से टकरा गई । हादसे में बाइक के साथ बृजपाल और कुन्दन सड़क पर गिर पड़े। कुन्दन के हाथ से 10 माह का मासूम उछल कर दूर जा गिरा। घायल हो चुके कुन्दन और बृजपाल दौड़कर मासूम को उठाया। शरीर में कोई हलचल नहीं थी। उसी दौरान पीछे से रिश्तेदार के साथ दूसरी बाइक से आ रही मासूम की मां वहां पहुंच गई। बच्चे की सांस नहीं चल रही थी। यह देख वह चीखकर बेहोश हो गई। पुलिस ने परिजनों को अस्पताल भेजा। जहां बच्चे को मृत घोषित किया गया। इसके बाद तकरीबन पूरी रात दंपती बच्चे को लेकर दो और निजी अस्पतालों में गए। लेकिन आशा की किरण धूमिल होती गई। डॉक्टरों के मुताबिक अंदरूनी चोटों की वजह से उसकी मौत हुई है। मौके पर पुलिस ने शराबी को काबू करने में पसीने छूट गए। बमुश्किल उसको पकड़कर अस्पताल भेजा गया है। मासूम का पोस्टमार्टम भरने में कांपा कलेजा

मौत की जानकारी पर बैरियर वन चौकी इंचार्ज कपिल कुमार पहुंचे। मासूम की मौत की खबर ने उन्हें भी हिला दिया। पोस्टमार्टम के लिए पंचनामा भरते हुए उनका भी कलेजा कांप गया। उन्होंने बताया कि उन्होंने बहुत शव के पंचनामे भरे लेकिन पहली बार किसी 10 माह के मासूम का पंचनामा भर रहे थे। जिससे उनका मन विचलित था। एकलौते बेटे की मौत से घर मे कोहराम

मासूम की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। पिता बृजपाल ने बताया कि उनकी दो बेटियां है। 10 महीने पहले बेटा सार्थक पैदा हुआ तो जैसे उनके मन की मुराद पूरी हो गई। पूरा परिवार खुश था। उनकी दोनों बेटियों ने मासूम के हाथों में राखियां बांधी थी। यह सब बताते हुए बृजपाल के आंखों से आंसू निकल आए।

chat bot
आपका साथी