ग्रामीण क्षेत्र की सभी सीएचसी में होगा 20 बेड का एल-2 कोविड सेंटर, दो पर मुहर

जिले में बढ़ते कोविड संक्रमण के मामले अब जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चिता का सबब बनते जा रहे हैं। अब ग्रामीण क्षेत्र की सभी 14 सीएचसी को एल-2 कोविड सेंटर बनाने की योजना है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 06:23 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 06:23 AM (IST)
ग्रामीण क्षेत्र की सभी सीएचसी में होगा 20 बेड का एल-2 कोविड सेंटर, दो पर मुहर
ग्रामीण क्षेत्र की सभी सीएचसी में होगा 20 बेड का एल-2 कोविड सेंटर, दो पर मुहर

बरेली, जेएनएन: जिले में बढ़ते कोविड संक्रमण के मामले अब जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चिता का सबब बनते जा रहे हैं। अब ग्रामीण क्षेत्र की सभी 14 सीएचसी को एल-2 कोविड सेंटर बनाने की योजना है। इसकी अनुमति के लिए शासन को पत्र भी भेजा गया है। वहीं जिले की शीशगढ़ और आंवला सीएचसी को निदेशक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर से एल-2 कोविड सेंटर बनाने की मंजूरी मिल गई है।

जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों का इलाज किए जाने के जो प्रयास किए गए वह पूरे होते नजर नहीं आ रहे। संक्रमित इलाज के लिए परेशान हो रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि दो दिन पहले जिला स्तरीय अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ हुई ऑनलाइन बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों के सभी सीएचसी को एल-2 कोविड सेंटर बनाने पर विचार शुरू हुआ है। सभी सीएचसी के एमओआइसी (मेडिकल ऑफिसर इन-चार्ज) को तैयार रहने के लिए कहा गया है। चर्चा है कि इन सभी 14 सीएचसी में 20-20 बेड का एल-2 कोविड सेंटर बनाया जाएगा। वहीं, शीशगढ़ और आंवला सीएचसी को एल-2 कोविड सेंटर बनाने की अनुमति भी मिल गई है। जिस पर काम शुरू हो गया है। हालांकि अभी शीशगढ़ को लेकर संशय की स्थिति है, इसलिए बिथरी सीएचसी को भी देखा गया है।

सीएचसी पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजने की तैयारी

शीशगढ़ और आंवला समेत अन्य सभी 14 सीएचसी पर एल-2 कोविड सेंटर बनाने से पहले इनमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजने की तैयारी की जा रही है। पहले चरण में शीशगढ़ और आंवला में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे जाएंगे। जिससे एल-2 कोविड सेंटर शुरू होने पर संक्रमितों को ऑक्सीजन के लिए परेशान न होना पड़े।

वर्जन

संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सभी सीएचसी को एल-2 कोविड सेंटर बनाने की योजना है। फिलहाल शीशगढ़ और आंवला को अनुमति मिल गई है। लेकिन अभी शीशगढ़ में व्यवस्थाओं को लेकर संशय है। इसलिए विकल्प के तौर पर बिथरी को भी देखा गया है। सभी जगह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी भेजे जाएंगे।

-डा. रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी

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