सिर पर चोट लगने से हुई तेंदुआ की मौत, विभाग मान रहा सड़क हादसा

फतेहगंज पूर्वी से दो किलोमीटर दूरी पर ग्राम लखनपुर में शुक्रवार सुबह एक मृत तेंदुआ का शव ग्रामीणों ने देखा। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के साथ ही पुलिस को भी दी। सूचना के एक घंटे बाद क्षेत्रीय वन रक्षक व उनकी टीम मौके पर पहुंची।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Sat, 26 Dec 2020 09:03 AM (IST) Updated:Sat, 26 Dec 2020 08:29 PM (IST)
सिर पर चोट लगने से हुई तेंदुआ की मौत, विभाग मान रहा सड़क हादसा
सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के साथ ही पुलिस को भी दी

 बरेली, जेएनएन।  फतेहगंज पूर्वी से दो किलोमीटर दूरी पर ग्राम लखनपुर में शुक्रवार सुबह एक मृत तेंदुआ का शव ग्रामीणों ने देखा। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के साथ ही पुलिस को भी दी। सूचना के एक घंटे बाद क्षेत्रीय वन रक्षक व उनकी टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग ने मृत तेंदुआ के शव का पोस्टमार्टम आइवीआरआइ में कराया। जहां सिर पर चोट लगने से मौत की पुष्टि हुई है।प्रभागीय वन अधिकारी भारत लाल ने बताया कि लखनपुर गांव में सीताराम पाल के गन्ने के खेत में मृत तेंदुआ मिलने की जानकारी पर क्षेत्रीय वन रेंजर व विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया था। उन्होंने बताया कि बाघ की उम्र दो साल के आस पास है। जिसके सिर पर भारी चोट आने से मौत हुई है। खेत के आसपास कांबिंग में तेंदुआ के पगमार्क मिलने के साथ ही पास के यूकेलिप्टस के पेड़ पर खरोच के निशान आदि मिले हैं। शव को तत्काल पोस्टमार्टम के लिए आइवीआरआइ में गया । पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया कि सिर में चोट लगने से तेंदुआ की मौत हुई है। आ‌इवीआरआइ के वैज्ञानिकों के मुताबिक तेंदुआ के सिर की हड्डी टूटी हुई थी। अधिकारी मान रहे है कि तेंदुआ को किसी वाहन ने टक्कर मारी है जिसके बाद उसके सिर में चोट लग गई और फिर उसकी मौत हो गई। शरीर में तेंदुआ के मिट्टी भी लगी मिली है। 

ग्रामीण बोले पीटकर की गई हत्या

ग्रामीणों के मुताबिक पास की एक बस्ती में रहने वाले कुछ लोग शिकार करने के लिए खेतों में फंदा आदि लगाकर जानवरों का शिकार करते हैं। पूर्व में एक लकड़बग्घा भी फंदे में फंसा था। जिस पर इनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी। ग्रामीणों को आंशका है कि इन्हीं लोगों ने दोबारा फंदा लगाया होगा। जिसमें तेंदुआ फंस गया होगा और बाद में उसकी पीटकर हत्या कर दी। सवेरा हो जाने पर वह उसे यहां से ले नहीं जा सके।

 और तेंदुआ होने की बात पर की गई कांबिंग

ग्रामीणों ने क्षेत्र में नर तेंदुआ की मौत के बाद आसपास मादा तेंदुआ होने की बात कही। जिस पर मौके पर मौजूद फरीदपुर क्षेत्र के डिप्टी रेंजर मुकेश कांडपाल ने अपनी टीम के साथ कांबिंग भी की। हालांकि किसी अन्य तेंदुआ के होने के कोई भी साक्ष्य मौके पर नहीं मिले। फिर भी गांव के आसपास टीम को सक्रिय किया गया है।

 गांव में दिखा भय का माहौल

तेंदुआ की मौत के बाद शुक्रवार देर शाम लखनपुर गांव में भय का माहौल देखने को मिला। ग्रामीणों ने शाम पांच बजते ही अपने बच्चों व जानवरों को घरों में कैद कर लिया। 

 विभाग की चूक के चलते हुई तेंदुआ की मौत

लॉकडाउन के बाद से तराई के क्षेत्रों में तेंदुओं की आवक बढ़ी है। तेंदुआ रात में शिकार को निकलने के साथ दिन में पेड़ की घनी टहनियों में बैठकर छिप जाता है। फतेहगंज पूर्वी में पिछले कई दिनों से तेंदुआ देखा जा रहा था। जिसकी जानकारी देने के बाद भी विभाग ने कोई एक्शन नहीं लिया। लिहाजा शुक्रवार को मृत तेंदुआ का शव मिला। ग्राम प्रधान राजेश्वर सिंह ने बताया कि कुछ दिन पूर्व एक ग्रामीण ने तीन जंगली जानवर एक साथ देखे थे। दूर से देखने के कारण तेंदुआ होने की पुष्टि नहीं हो सकी थी।

 खेतों में जाने से कतराते रहे ग्रामीण

तेंदुआ का शव मिलने के बाद से क्षेत्र का आलम यह था कि ग्रामीण अपने खेतों की ओर नहीं गए। उचसिया गांव के सुधीर सिंह ने बताया कि गांव से कोई भी शुक्रवार को अपने खेत पर तेंदुआ के डर से नहीं गया।

 क्या कहते हैं अधिकारी 

डीएफओ भारत लाल का कहना है कि फतेहगंज पूर्वा के लखनपुर गांव में एक गन्ने के खेत में दो वर्ष के तेंदुआ का शव मिला है। उसके सिर पर चोट होने के साथ पैर पर भी चोट के निशान मिले है। शरीर पर मिले मिट्टी के निशान से मुताबिक सड़क हादसा प्रतीत हो रहा है। 

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