Working style of Bareilly police : मतांतरण का लागू हुआ कानून तो दिखाई तेजी, अब पुराने ढर्रे पर फिर लौटी पुलिस

उत्तरप्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम कानून के 28 नवंबर को लागू होने के चंद घंटे बाद बरेली के देवरनियां में पहला मुकदमा दर्ज हुआथा ।इससे बरेली सुर्खियों में आया था। आरोपित को गिरफ्तार कर 29 दिन में चार्जशीट लगा नजीर भी पेश की गई।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 10:00 AM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 10:00 AM (IST)
Working style of Bareilly police : मतांतरण का लागू हुआ कानून तो दिखाई तेजी, अब पुराने ढर्रे पर फिर लौटी पुलिस
मसलन दोनों मामलों में आरोपित युवती पर मतांतरण कर निकाह का दबाव बना रहे थे।

 बरेली, जेएनएन। उत्तरप्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम कानून के  28 नवंबर को लागू होने के चंद घंटे बाद बरेली के देवरनियां में पहला मुकदमा दर्ज हुआथा ।इससे बरेली सुर्खियों में आया था। आरोपित को गिरफ्तार कर 29 दिन में चार्जशीट लगा नजीर भी पेश की गई। वहीं फरीदपुर में एक जनवरी को दर्ज हुए दूसरे मामले में पुलिस पहले दिन से ही दिलचस्पी नहीं ले रही है। नतीजा यह है कि मतांतरण कर निकाह का दबाव बनाने वाला आरोपित 14 दिन बाद भी फरार हैं। ऐसा तब है जब दोनों ही मामलों में आरोप एक समान हैं। मसलन दोनों मामलों में आरोपित युवती पर मतांतरण कर निकाह का दबाव बना रहे थे।

पहला केस

 देवरनियां की युवती ने कस्बे के उवैश पर मतांतरण कर निकाह का दबाव बनाने का आरोप लगाया था। आरोप था कि शादी के बाद भी आरोपित उवैश उसे धमका रहा है। मतांतरण का दबाव बना रहा है। आरोपित के खिलाफ विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन में रिपोर्ट दर्ज हुई। उसे गिरफ्तार किया गया, जेल भेजकर मामले में चार्जशीट भी लगा दी गई।

 दूसरा केस

 फरीदपुर की युवती ने भी मतांतरण कर शादी का दबाव बनाने की थाने में शिकायत की थी। कहा कि आरोपित अबरार उसकी ससुराल में पहुंचकर हंगामा किया। घर लौटी तो अबरार ने अपने भाई मैसूर व इरशाद ने छेड़छाड़ की, मतांतरण का फिर दबाव बनाया। तीनों के खिलाफ विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन की रिपोर्ट दर्ज हुई। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद से पुलिस मामले में पर्दा डालने में जुटी है। इसी के तहत आरोपित की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है।

 पहले मामले में बयान बना था आधार, दूसरे में भी हो चुके हैं बयान

 देवरनियां के जिस पहले प्रकरण में चार्जशीट लगी है। उसमें कोर्ट में युवती के बयानों को आधार माना गया। आराेप भी सिद्ध पाए गए। लिहाजा, चार्जशीट लगा दी गई। फरीदपुर प्रकरण में युवती ने बयान दिए। मतांतरण कर निकाह का दबाव बनाने की बात कही। कहा कि आरोपित अबरार शादी के बाद भी पीछा नहीं छोड़ रहा था। ससुराल पहुंचकर उसने बखेड़ा खड़ा किया। रास्ते में उसने अपने भाइयों के साथ मिलकर छेड़छाड़ की और जबरन मतांतरण का दबाव बनाया। मना करने पर जान से मारने की धमकी दी। बावजूद पुलिस अभी साक्ष्य जुटाने में लगी है।

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