Lal Fatak Overbridge : पेड़ों की आरती उतार कर महिलाओं ने लिया संकल्प, बोली- नहीं कटने देंगे 44 पेड़

LalFatak Overbridge लाल फाटक क्रासिंग पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज के पास सेना की जमीन पर लगे 44 पेड़ों को बचाने के लिए शहर के लोग आंदोलित हो चुके हैं। लोग पेड़ों के पास पहुंच रहे हैं। उनके नीचे बैठकर चर्चा कर रहे हैं।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 10:35 AM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 10:35 AM (IST)
Lal Fatak Overbridge : पेड़ों की आरती उतार कर महिलाओं ने लिया संकल्प, बोली- नहीं कटने देंगे 44 पेड़
Lal Fatak Overbridge : पेड़ों की आरती उतार कर महिलाओं ने लिया संकल्प, बोली- नहीं कटने देंगे 44 पेड़

बरेली, जेएनएन। LalFatak Overbridge : लाल फाटक क्रासिंग पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज के पास सेना की जमीन पर लगे 44 पेड़ों को बचाने के लिए शहर के लोग आंदोलित हो चुके हैं। लोग पेड़ों के पास पहुंच रहे हैं। उनके नीचे बैठकर चर्चा कर रहे हैं कि इतने पुराने पेड़ों को कैसे बचा सकते हैं। दैनिक जागरण के अभियान से जुड़े लोगों के मन की आहट प्रशासन भी समझने लगा है, इसलिए पेड़ों को सुरक्षित करने का प्रयास शुरू हो चुके हैं।

रक्षा मंत्राालय की एनओसी मिलने के बाद लाल फाटक क्रासिंग पर सेना की जमीन पर सर्विस रोड बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस जमीन पर लगे 44 पुराने पेड़ों को काटने के लिए लाल निशान विभाग की तरफ से लगाए जा चुके हैं। विकास सभी चाहते हैं, लेकिन पुराने पेड़ों को काटने की कीमत पर नहीं। दैनिक जागरण ने इन पेड़ों को बचाने का अभियान छेड़ रखा है। इसलिए इन पेड़ों को दूसरी जगह संरक्षित कराने के लिए बरेली के समाजसेवी संगठन कैंट पहुंचने लगे।

शनिवार को वूमेन चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने इन पेड़ों की आरती उतार रक्षासूत्र बांधा। उन्होंने पेड़ों के नीचे बैठकर उन्हें बचाने का संकल्प लिया। सोसायटी की महिला सदस्यों ने राहगीरों को रोककर उन्हें पेड़ों का महत्व बताया। अध्यक्ष रितु शाक्य ने मौजूद लोगों को पेड़ का महत्व बताते हुए कहा कि पेड़ का हर हिस्सा हमारे जीवन के लिए अमूल्य है। ऊपरी भाग हवा के शुद्धीकरण का काम करते हैं। जिससे हमें सांस लेने के लिए ऑक्सीजन मिलती है।

संगठन की मंडल अध्यक्ष शशि प्रभा ने बताया कि पेड़ हमारे परिवार के तरह हैं। इनको काटे जाने की बजाय दूसरे स्थान पर संरक्षित किया जा सकता है। मनप्रीत कौर ने कहा कि मशीनें आ गई है, जिनके जरिये पेड़ों को से एक से दूसरे स्थान पर संरक्षित किया जा सकता है। संगठन की सभी सदस्यों ने पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधने से पहले रोली से टीका लगाया। संगठन की शाहीन, संगीता वर्मा ने इन पेड़ों को काटने वालों से पहले इन पेड़ों के महत्व को जानने की बात कही। गुंजन वर्मा, प्रिया सिंह, अंजू, आरती गुप्ता, रंजीता, मंतशा, हिबा मौजूद रहीं। 

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