जानिए बरेली की इस सर्विस रोड़ से निकलने में क्यों कांप जाता है राहगीरों का दिल

लालफाटक रोड से निकलना किसी खतरे से खेलने से कम नहीं। वहां लगने वाला लंबा जाम तो परेशानी दे ही रहा है साथ ही जर्जर सर्विस रोड हादसे का सबब बनी हुई है। सर्विस रोड पर वाहन डोल रहे हैं जिससे राहगीरों का दिल कांप रहा है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 12:43 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 12:43 PM (IST)
जानिए बरेली की इस सर्विस रोड़ से निकलने में क्यों कांप जाता है राहगीरों का दिल
जानिए बरेली की इस सर्विस रोड़ से निकलने में क्यों कांप जाता है राहगीरों का दिल

बरेली, जेएनएन। : लालफाटक रोड से निकलना किसी खतरे से खेलने से कम नहीं। वहां लगने वाला लंबा जाम तो परेशानी दे ही रहा है, साथ ही जर्जर सर्विस रोड हादसे का सबब बनी हुई है। सर्विस रोड पर वाहन डोल रहे हैं, जिससे राहगीरों का दिल कांप रहा है। कई बार वाहनों के पलटने से लोग चोटिल भी हो चुके हैं। वहीं, रेलवे के हिस्से का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है, जिससे वहां अव्यवस्था फैली हुई है।

सेतु निगम बदायूं रोड से लालफाटक क्रासिंग के पास तक अपने हिस्से का काम पूरा कर चुका है। दो क्रासिंग और उसके बीच का काम रेलवे को करना है। कुछ समय पहले रेलवे ने काम शुरू कराया, लेकिन कुछ दिन में ही काम रुक गया। बड़े गड्ढे खुदे छोड़ दिए हैं। वहां खतरा बना हुआ है। क्रासिंग पर काम होने के चलते सेतु निगम ने सर्विस रोड बनाई थी, जो दोनों ओर से बदहाल हो गई है। अस्थायी तौर पर बनाई गई सर्विस रोड भारी वाहनों के गुजरने से कई जगह से टूट गई है। बीच में कई जगह गड्ढे हो गए हैं। किनारे पर मिट्टी धंस गई है। इससे वहां वाहनों के पलटने का खतरा बढ़ गया है। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक इसी हफ्ते में पुल निर्माण का काम शुरू करा दिया जाएगा।

एक घंटे से अधिक फंस रहे लोग

रेलवे क्रासिंग होने के कारण वहां ट्रेनों के आने पर फाटक बंद किया जाता है। इसके साथ ही सर्विस रोड के बदहाल होने से वाहन भी धीरे-धीरे ही निकलते हैं। इस कारण फाटक पर अक्सर जाम लग जाता है। इसमें लोग घंटों फंसे रहते हैं। रात में समस्या और बढ़ जाती है।

लालफाटक क्रासिंग से ही अक्सर निकलना होता है। यहां अक्सर जाम लग जाता है। रात को समस्या ज्यादा हो जाती है। कई घंटे खड़ा रहना पड़ता है। इसरार अहमद, सूफी टोला

कई बार वाहनों की लाइन करीब एक किलोमीटर दूर कैंट के टोल तक लग जाती है। जाम में खड़े रहने के अलावा कोई और चारा नहीं होता है। दुर्वेश कुमारसिंह देवचरा

इस रास्ते से काफी दिक्कत होती है। इस कारण चौपुला चौराहा से ही शहर आते थे। अब वहां भी काम चल रहा है, इसलिए इस मार्ग पर आना पड़ता है। नेत्रपाल, भमोरा

दफ्तर जाने के लिए रोज ही इस मार्ग से निकलना होता है। सर्विस रोड खतरनाक बनी हुई है। वहां से गिरने का डर रहता है। रेलवे का काम भी बंद है। इकबाल हैदर, एटीएस दफ्तर

लालफाटक पुल का अपने हिस्से का काम हमने काफी हद तक पूरा कर लिया है। वहां रेलवे का काम रुका हुआ है। इस बाबत रेलवे अधिकारियों से बात की जा रही है। देवेंद्र सिंह मुख्य परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम

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