जानिए क्यों जरुरी है विवाह पंजीकरण सर्टिफिकेट, पिछले साल 1207 लोगों ने कराया पंजीकरण

सभी धर्म (सिख धर्म को छोड़कर) के लोगों के लिए शादी का पंजीकरण अनिवार्य है। शादी के बाद ज्वाइंट अकाउंट खोलने स्पाउज वीजा हासिल करने ज्वाइंट प्रापर्टी जैसे तमाम कार्यों के लिए शादी के पंजीकरण सर्टिफिकेट की जरूरत होती है।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 05:31 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 05:31 PM (IST)
जानिए क्यों जरुरी है विवाह पंजीकरण सर्टिफिकेट, पिछले साल 1207 लोगों ने कराया पंजीकरण
अधिकारों की सुरक्षा के लिए इस सर्टिफिकेट को लेकर बरेली के लोग बहुत ज्यादा जागरूक नहीं।

अभिषेक जय मिश्रा

बरेली, जेएनएन। सभी धर्म (सिख धर्म को छोड़कर) के लोगों के लिए शादी का पंजीकरण अनिवार्य है। शादी के बाद ज्वाइंट अकाउंट खोलने, स्पाउज वीजा हासिल करने, ज्वाइंट प्रापर्टी जैसे तमाम कार्यों के लिए शादी के पंजीकरण सर्टिफिकेट की जरूरत होती है। खासकर महिलाओं को शादी में धोखाधड़ी, बाल विवाह और तलाक के मामलों में सुरक्षा दिलाता है। हालांकि अधिकारों की सुरक्षा के लिए इस सर्टिफिकेट को लेकर बरेली के लोग बहुत ज्यादा जागरूक नहीं।

रूझान कम ही रहा

बैंक्वेट हॉल, टेंट हाउस के मालिकों का अनुमान है कि बरेली में 2020 में दस हजार से अधिक शादियां हुई। रजिस्ट्री कार्यालय से मिली जानकारी में सिर्फ 1207 दंपती ने अपनी शादी को रजिस्टर्ड कराया। इसमें कुछ मामले पिछले सालों के भी है। 2019 में भी बहुत जागरूकता सामने नहीं आई, सिर्फ 1435 रजिस्ट्रेशन हुए थे।

वर्ष - रजिस्ट्रेशन

2019 - 1435

2020 - 1207

रजिस्ट्रेशन का फायदा

- विवाह का कानूनी प्रमाण है मैरिज सर्टिफिकेट

- शादी के बाद नाम या सरनेम नहीं बदलने पर मददगार होता है

- लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने के अलावा राष्ट्रीयकृत बैंक से लाभ लेने में भी भूमिका

- दंपती में से कोई एक धोखाधड़ी करे, तो प्रमाणपत्र की मदद से थाने में रिपोर्ट दर्ज हो सकती है

- तलाक की अपील में गुजारा भत्ता का क्लेम में मददगार

- पासपोर्ट, वीजा हासिल में भी इसकी जरूरत पड़ती है

अधिनियम ये कहता है

सब रजिस्ट्रार ब्रजेश के मुताबिक हिंदू विवाह अधिनियम (1955) या विशेष विवाह अधिनियम (1954) में से किसी एक के तहत शादी को पंजीकृत किया जा सकता है। हिंदू विवाह अधिनियम केवल हिंदुओं पर लागू होता है, जबकि स्पेशल मैरिज एक्ट भारत के समस्त नागरिकों पर लागू होता है।

 इन दस्तावेजों की मदद से होता है रजिस्ट्रेशन

- पति-पत्नी के हस्ताक्षर वाला आवेदन-पत्र

- आयु या जन्म का प्रमाण-पत्र

- आवासीय प्रमाण-पत्र

- शादी के फोटोग्राफ, निमंत्रण पत्र, मंदिर में शादी हुई हो तो पुजारी द्वारा जारी प्रमाण-पत्र

- यदि विदेशी से शादी हुई हो तो उसके देश की एंबेसी द्वारा ''''नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट

क्या कहना है अधिकारियों का

एआइजी स्टांप बीसी सिंह  रजिस्ट्रेशन को लेकर लोगों को सक्रिय होना चाहिए। यह जरूरी दस्तावेज है। सरकार ने भी अनिवार्य कर दिया है। कार्यालय की औपचारिकताएं भी कम कर दी गई है। ताकि लोग कम समय में बनवा सके।

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