जनसाधारण एक्सप्रेस के कोच की टूटी स्प्रिंग असेंबली, बड़ा हादसा टला

अमृतसर से सहरसा जाने वाली जनसाधारण एक्सप्रेस और इसमें बैठी सवारियां खतरे में थीं।

By Edited By: Publish:Wed, 20 Feb 2019 12:55 AM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 12:55 AM (IST)
जनसाधारण एक्सप्रेस के कोच की टूटी स्प्रिंग असेंबली, बड़ा हादसा टला
जनसाधारण एक्सप्रेस के कोच की टूटी स्प्रिंग असेंबली, बड़ा हादसा टला

जेएनएन, बरेली : अमृतसर से सहरसा जाने वाली जनसाधारण एक्सप्रेस और इसमें बैठी सवारियां खतरे में थीं। ट्रेन के एक कोच के पहिये में लगी स्प्रिंग असेंबली कहीं टूटकर गिर गई थी। जंक्शन से पहले चेकिंग के दौरान इसका पता चला। सवारियों को दूसरे कोचों में शिफ्ट कर खराब कोच को ट्रेन से हटाया। इसके बाद ट्रेन रवाना की गई।

जनसाधारण एक्सप्रेस रविवार को अमृतसर से चली थी। ट्रेन मंगलवार को मुरादाबाद जंक्शन होते हुए बरेली जंक्शन आ रही थी। स्टेशन आने से पहले ट्रेन मूवमेंट चेक करने वाले कैरिज एंड वैगन स्टाफ ने पाया कि इंजन से पांचवें कोच (संख्या 17449) में एक पहिये की स्प्रिंग असेंबली टूटी हुई है। ट्रेन जंक्शन पर रुकी। इस बीच स्टाफ ने स्टेशन मास्टर को मेमो दिया कि ट्रेन का पांचवां कोच चलने के लिहाज से सुरक्षित नहीं है। इसके बाद महकमा फौरन हरकत में आया। कोच की सभी सवारियों को आरपीएफ की मदद से दूसरे कोचों में शिफ्ट किया गया। इसके बाद खराब कोच हटाकर ट्रेन को करीब 45 मिनट बाद ट्रेन को सीतापुर की ओर रवाना किया गया।

आखिर कैसे और कहां टूटी स्प्रिंग असेंबली

ट्रेन को तय शेड्यूल पर कारखानों में चेक किया जाता है। अमृतसर से रविवार को रवाना हुई ट्रेन कई बड़े स्टेशनों से होकर सहरसा जाती है। बरेली से पहले लक्सर जंक्शन और मंडल का मुख्यालय मुरादाबाद जंक्शन भी पड़ता है। लक्सर में पांच मिनट और मुरादाबाद में सात मिनट ट्रेन रुकती है। यहां भी कैरिज एंड वैगन स्टाफ ट्रेन की मूवमेंट पर गहन नजर रखता है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि स्प्रिंग असेंबली कैसे और कहां टूटी। हालांकि यह तय है कि मुसाफिरों ने कई किलोमीटर सफर खतरे में तय किया। अब जांच में पता चलेगा कि पुर्जा कहां टूटा।

..तो लगाना पड़ता अतिरिक्त कोच

जनसाधारण एक्सप्रेस अमृतसर से सहरसा तक 1638 किलोमीटर की दूरी तय करती है। कम आय वर्ग के लोगों के लिए शुरू की गई ट्रेन में कोई रिजर्वेशन बोगी नहीं है। अगर रिजर्वेशन बोगी की स्प्रिंग असेंबली टूटी होती तो आरक्षण की सवारियों को शिफ्ट करना बड़ी चुनौती होती। ऐसे में अतिरिक्त कोच लगाकर ही ट्रेन को रवाना किया जाता।

क्या कहते है जिम्मेदार अधिकारी

जंक्शन से पहले तैनात कैरिज एंड वैगन स्टाफ ने चेकिंग के दौरान खामी पाई। जिसके बाद आरपीएफ की मदद से सवारियों को शिफ्ट कराया गया। फिर कोच हटाकर ट्रेन को रवाना किया। - सत्यवीर सिंह, स्टेशन अधीक्षक, बरेली जंक्शन

सुबह जनसाधारण एक्सप्रेस के एक कोच के पार्ट डैमेज की सूचना मिली थी। सवारियों को शिफ्ट कराने में मदद करने के लिए रेलवे प्रशासन ने कहा था, जो कराया गया। कोई हंगामा नहीं हुआ। - बलवीर सिंह, इंस्पेक्टर, रेलवे सुरक्षा बल

chat bot
आपका साथी