नोडल अधिकारी के तेवर देख सड़को पर गायब हुआ जाम, आठ मिनट में पहुंचा काफिला

आम आदमी की परेशानी को लेकर पुलिस का कोई वास्ता नहीं होता। सोमवार सुबह इसका नजारा तब देखने को मिला जब अपर मुख्य सचिव ग्राम उद्योग नवनीत सहगल को आइवीआरआइ तक जाने के लिए सर्किट हाउस से लेकर आइवीआरआइ तक का रास्ता ट्रैफिक से अवमुक्त कर दिया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 07:00 AM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 07:00 AM (IST)
नोडल अधिकारी के तेवर देख सड़को पर गायब हुआ जाम, आठ मिनट में पहुंचा काफिला
नोडल अधिकारी के तेवर देख सड़को पर गायब हुआ जाम

बरेली, जेएनएन। जिले में सिर्फ वीआइपी लोगों को ही वीआइपी ट्रीटमेंट दिया जाता है। आम आदमी की परेशानी को लेकर पुलिस का कोई वास्ता नहीं होता। सोमवार सुबह इसका नजारा तब देखने को मिला जब अपर मुख्य सचिव ग्राम उद्योग नवनीत सहगल को आइवीआरआइ तक जाने के लिए सर्किट हाउस से लेकर आइवीआरआइ तक का रास्ता ट्रैफिक से अवमुक्त कर दिया।

बता दे इस रास्ते पर रोजाना भीषड़ जाम लगा रहता है। चाहे चौकी चौराहा हो, अयूब खां चौराहा, कुतुबखाना चौराहा या कुहाड़ापीर दिन भर भीषण जाम रहता है जिससे लोगों को भारी दिक्कत होती है कुछ मिनट का रास्ता पार करने में घण्टों का समय लग जाता है। लेकिन सोमवार को जब नवनीत सहगल का काफिला सर्किट हाउस से निकला तो वह आठ मिनट में ही आइवीआरआइ पहुंच गए।

उनके किसी भी तरह से जाम में न फंसने देने की जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस के साथ ट्रैफिक पुलिस ने संभाल रखी थी। जिसके लिए सुबह से ही ट्रैफिक व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखा गया। रास्ते मे कही जाम न लगे इसके लिए जगह-जगह पुलिस मुस्तैद रही। उनके निकलने से पहले ट्रैफिक भी कई जगह रोके गए। लेकिन उनके निकलने के बाद फिर पब्लिक को जाम में झोंक दिया गया। जइससे साफ था कि पुलिस को जाम लगने और आम आदमी के जाम में फंसने से कोई मतलब नहीं था।

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