सिविक सेंस के पालन से कम होंगे सड़क हादसे

दैनिक जागरण की ओर से जय नारायण सरस्वती विद्यालय में जागरूता कार्यशाला का आयोजन हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 08:07 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 02:24 AM (IST)
सिविक सेंस के पालन से कम होंगे सड़क हादसे
सिविक सेंस के पालन से कम होंगे सड़क हादसे

जेएनएन, बरेली : दैनिक जागरण की ओर से जय नारायण सरस्वती विद्या मंदिर में मंगलवार को यातायात जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें एएसपी ने विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि सिविक सेंस का पालन करने से सड़क हादसों में कमी आएगी।

एएसपी अशोक कुमार मीणा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि हमारे देश में अधिकांश हादसे सिविक सेंस के अभाव में होते हैं। दूसरे कई ऐसे देश हैं, जहां बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा के दौरान ही उन्हें सिविक सेंस सिखाया जाता है। पैदल मार्ग पर चलने वालों का पैर अगर गलती से भी मुख्य सड़क पर आ जाता है तो दोनों ओर से आने-जाने वाली गाड़ियों के पहिए ठहर जाते हैं। साइलेंट जोन में हॉर्न नहीं बजाया जाता। यदि भारत के नौजवान भी इसी तरह सिविक सेंस का पालन करें तो हादसों में कमी आ सकती है। साल भर में सवा करोड़ नौजवानों की गई जान

एएसपी ने कहा कि यातायात के नियमों की अनदेखी कर लोग अपने साथ दूसरों की जान भी जोखिम में डालते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकडे़ इस बात के गवाह हैं कि हर साल औसतन सवा करोड़ युवा सड़क हादसों में जान गंवाते हैं। इनमें ज्यादातर 15 से 25 साल के नौजवान होते हैं। हमें यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए। हेलमेट लगाकर ही दोपहिया वाहन चलाना चाहिए। चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट जरूर बांधनी चाहिए। ट्रैफिक नियम व संकेतों की जानकारी दी

इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ब्रज मोहन शर्मा ने भी बच्चों को जागरूक किया। उन्होंने विद्यालय की शैक्षिक उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। यातायात निरीक्षक परवेज अली खान ने भी ट्रैफिक नियमों व संकेतों की जानकारी देकर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। कार्यशाला में विद्यालय स्टाफ का सराहनीय सहयोग रहा।

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