Jagran Exclusive : बरेली में 20 संक्रमितों की मौत से हिला स्वास्थ्य विभाग, शासन-प्रशासन बेखबर

कोरोना संक्रमण की शुरुआत से अब तक स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कई मामले सामने आ चुके हैं। विभाग हर बार इसे कंप्यूटर ऑपरेटर या छोटे कर्मचारियों की चूक बताकर अपना पल्ला झाड़ लेता है। अब जो नया मामला सामने आया है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 09:24 AM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 05:53 PM (IST)
Jagran Exclusive : बरेली में 20 संक्रमितों की मौत से हिला स्वास्थ्य विभाग, शासन-प्रशासन बेखबर
बरेली में 20 संक्रमितों की मौत से हिला स्वास्थ्य विभाग, शासन-प्रशासन बेखबर

 बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की शुरुआत से अब तक स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कई मामले सामने आ चुके हैं। विभाग हर बार इसे कंप्यूटर ऑपरेटर या छोटे कर्मचारियों की चूक बताकर अपना पल्ला झाड़ लेता है। अब जो नया मामला सामने आया है वह एक या दो नहीं बल्कि बीस संक्रमितों की मौत से जुड़ा है। इन संक्रमितों की मौत हो चुकी है, लेकिन यह अब तक न जिला प्रशासन की नजर में आए न शासन की। यहां तक की खुद विभाग को नहीं पता कि यह संक्रमित कहां थे। जानकारी मिलने के बाद भी विभाग इन्हें सामने लाने से बच रहा है।

जिले में संक्रमण और मृत्यु दर दोनों ही कम हो रही हैं। इसके चलते अब हर बिंदु की मॉनीटरिंग की जा रही है। इसी मॉनीटरिंग में पहले रिपीट सैंपल का खेल सामने आया था, जिसे ठीक कराने का प्रयास किया जा रहा है। अब देखा गया कि जिले में कितने ऐसे लोग हैं, जिन्हें फेसीलिटी एलोकेट नहीं की गई। इसका मतलब जो चिन्हित नहीं है कि वह किसी अस्पताल में हैं या होम आइसोलेशन में हैं। जब सूची तैयार हुई तो ऐसे 74 नाम सामने आए।

जिनकी केस आइडी तो बनी लेकिन उन्हें कोई फेसीलिटी एलोकेट नहीं की गई। इसके चलते ही इन 74 संक्रमितों के नाम पोर्टल पर भी नहीं चढ़ाए जा सके। इनकी वर्तमान स्थिति जानने के लिए दिए गए मोबाइल नंबरों पर फोन कर पता किया गया तो बीस नाम ऐसे सामने आए जिनकी मौत हो चुकी थी।यह जानकारी कर्मचारियों ने विभाग के अधिकारियों को दी तो खलबली मच गई। अब इस पर क्या करना है इसके लिए मंथन शुरू हो गया। सोमवार तक इन 74 लोगों में से कोई भी नाम पोर्टल पर अपडेट नहीं था।

मंगलवार को जब दैनिक जागरण ने इस मामले को लेकर सवाल जवाब किया तो पोर्टल परअपडेट करने का काम शुरू कर दिया गया। हालांकि देर शाम तक जिन बीस लोगों की मौत हुई थी, उनके नाम तो अपडेट किए गए लेकिन मौत की जानकारी नहीं की गई। शासन से बचने को अब भी नहीं की अपडेट जिले में अब तक 182 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मात्र 152 लोगों की मौत हुई।

इसके पीछे विभाग तर्क देता है कि जिनकी मौत बाहर हुई या जिन लोगों का डेटा उन्हें नहीं मिला उनकी मौत को इसमें नहीं जोड़ा गया। स्वास्थ्य विभाग का यह तर्क मानने लायक है।लेकिन अब जो नो फेसीलिटी केस की सूची में जो बीस नाम सामने आए हैं, उन्हें जोड़ दिया जाए तो जिले में एक साथ बीस लोगों की मौत की जानकारी पोर्टल पर अपडेट करना होगा। एक दिन में पोर्टल पर 20 लोगों की मौत का अपडेट होना मतलब शासन से लेकर प्रशासन तक की नजर में आ जाना।

कुछ बड़े व्यापारियों और नेताओं के नाम भी शामिल

जिन 74 लोगों के नाम सामने आए उनमें कुछ व्यापारी, उद्यमी और नेताओं के नाम भी शामिल हैं।जिन बीस लोगों की मौत हुई उनमें कुछ मौत ऐसे अस्पतालों में हुईं जो पेड कोविड हैं। अस्पताल का नाम खराब न हो इसके चलते भी मौत के बाद उनकी जानकारी अपडेट न किए जाने की आशंका जताई जा रही है।

नो फेसीलिटी केस की सूची बनवाई थी। इसमें 74 केस निकल कर आए हैं। इनके बारे में जानकारी की जा रही है, यह अपडेट होने से कैसे रह गए, इसे देखा जा रहा है। हो सकता है कि कोविड अस्पतालों ने इन्हेंं अपडेट न किया हो। कुछ केस आइडी डुप्लीकेट भी निकल रही है, जो दो बार बन गईं। इस पूरी सूची को जल्द अपडेट कर दिया जाएगा। जिनकी मौत हो चुकी है, उनकी जानकारी भी जल्द अपडेट कर दी जाएगी। - डा. रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी

 

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