Intelligence Alert News : मतांतरण के मामले में अलर्ट हुआ खुफिया विभाग, बरेली में तलाश रहा पाकिस्तानी एजेंसी आइएसआइ का कनेक्शन
Intelligence Alert News मतांतरण में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ से जुड़ाव के तार अब बरेली में भी खोजे जा रहे हैं। यूपी एटीएस द्वारा मतांतरण के खेल का राजफाश किये जाने के बाद एटीएस एलआइयू व खुफिया विभाग बरेली में भी अलर्ट हो गया है।
बरेली, जेएनएन। Intelligence Alert News: मतांतरण में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ से जुड़ाव के तार अब बरेली में भी खोजे जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) द्वारा मतांतरण के खेल का राजफाश किये जाने के बाद एटीएस, एलआइयू व खुफिया विभाग बरेली में भी अलर्ट हो गया है। मतांतरण के मामलों की पड़ताल शुरू कर दी गई है। आशंका है मतांतरण के सामने आए मामलों के तार भी आइएसआइ से जुड़े हैं।
28 नवंबर को उत्तरप्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम लागू हुआ था। 28 नवंबर को कानून लागू होने के कुछ घंटे बाद ही देवरनिया थाने में इस नए अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में देवरनिया पुलिस ने विवेचना में भी तेजी दिखाई थी। महज 29 के दिन के अंदर 27 दिसंबर को आरोपित उवैश के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी। अधिनियम लागू होने के बाद भी जिले में लगातार मतांतरण के मामले सामने आ रहे हैं।
28 नवंबर से तब तक देवरनिया, हाफिजगंज, बारादरी, बहेड़ी, फरीदपुर, नवाबगंज, बारादरी व इज्जतनगर में मतांतरण के मामले सामने आए जिसमें धर्म संपरिवर्तन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। अब एटीएस द्वारा राजफाश के बाद खुफिया एजेसियां इस बात की जानकारी में जुट गई कि इन मामलों के पीछे कौन था। खुफिया एजेंसियां कड़ी दर कड़ी जोड़ रही हैं।
मतांतरण के सामने आए मामलों पर नजर
केस:1 : 28 नवंबर
देवरनिया की रहने वाली युवती ने कस्बे के ही उवैश अहमद पर मतांतरण कर निकाह का दबाव बनाने का आरोप लगाया। युवती का दूसरी जगह विवाह होने के बाद भी आरोपित युवती पर मतांतरण का दवाब बना रहा था, धमकी दी जा रही थी। इसी मामले में नए अधिनियम के तहत आरोपित उवैश पर पहला मुकदमा दर्ज हुआ। दो दिसंबर पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया था। इस मामले में आरोपित के खिलाफ चार्जशीट लग चुकी है।
केस:2 : 28 नवंबर
28 नवंबर को ही इज्जतनगर में मतांतरण का दूसरा मामला सामने आया। युवती ने परतापुर के रहने वाले दूसरे संप्रदाय के युवक पर प्रेमजाल में फंसाकर शादी का आरोप लगाया था। 28 नंवबर को अधिनियम लागू होने से ठीक पहले इज्जतनगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। जिसके चलते आरोपित के खिलाफ नए अधिनियम में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था।
केस:3 : 11 दिसंबर
बारादरी क्षेत्र की रहने वाली युवती ने बताया कि आंवला का रहने वाला दूसरे संप्रदाय का युवक उसे भगा ले गया। उसे लेकर वह मेरठ में रहने लगा। वहां हिंदूवादी संगठनों को जानकारी हुई तो जमकर बवाल हुआ। मेरठ पुलिस ने बरेली पुलिस से संपर्क साधा। इसके बाद 11 दिसंबर काे युवती के पिता की ओर से आरोपित युवत पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई। हालांकि, दोनों बालिग थे। बयान में युवती ने लड़के के साथ रहने की बात कही थी जिसके बाद पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया था।
केस-4 : 1 जनवरी
फरीदपुर कस्बे की रहने वाली युवती ने मतांतरण कर निकाह का दबाव बनाने की शिकायत की। शिकायत पर पुलिस ने मुख्य आराेपित अबरार, उसके भाई मैसूर व इरशाद पर धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम में रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस मामले में युवती के आरोपों को खारिज करने में जुटी थी लेकिन, एसएसपी की सख्ती के बाद जांच हुई तो आराेप सिद्ध हुए थे।
केस:5 : 4 जनवरी
फरीदपुर कस्बे में ही दूसरे संप्रदाय का आरोपित 14 साल की किशोरी को लेकर फरार हो गया था। दुष्कर्म कर निकाह के लिए मतांतरण के दबाव की बात सामने आई। पुलिस ने मंतातरण से इन्कार कर दिया था। आरोपित फैजल, उसके दोस्त आमिर व मामा बब्बू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अपहरण, पॉक्सो एक्ट व दुष्कर्म में मुकदमा दर्ज किया गया था।
मतांतरण मामले के तार आइएसआइ से जुड़ना गंभीर है। बरेली में भी ऐसे कई केस दर्ज हुए हैं। इसके चलते यहां दर्ज हुए केसों को देखा जा रहा है। इसके लिए खुफिया टीमें लगाई गई हैं। - अविनाश चंद्र, एडीजी जाेन बरेली