Integrated Covid Command Center : अफसरों के सामने नोडल अधिकारी से बोला रजिस्टर, 21 नहीं 25 को हुई जांच

समीक्षा के दौर में कलक्ट्रेट के इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर में कोविड के संक्रमित मरीजों के सर्वे सर्विलांस फीडबैंक एंबुलेंस रेस्पॉन्स टाइम के बिंदुओं पर फेल हो गया। नवनीत सहगल रात करीब साढ़े नौ बजे कोविड कमांड सेंटर पहुंचे।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 09:27 AM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 09:27 AM (IST)
Integrated Covid Command Center : अफसरों के सामने नोडल अधिकारी से बोला रजिस्टर, 21 नहीं 25 को हुई जांच
अफसरों के सामने नोडल अधिकारी से बोला रजिस्टर, 21 नहीं 25 को हुई जांच

बरेली, जेएनएन। समीक्षा के दौर में कलक्ट्रेट के इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर में कोविड के संक्रमित मरीजों के सर्वे सर्विलांस, फीडबैंक, एंबुलेंस रेस्पॉन्स टाइम के बिंदुओं पर फेल हो गया। नवनीत सहगल रात करीब साढ़े नौ बजे कोविड कमांड सेंटर पहुंचे। नोडल अधिकारी कुनाल सिलकु से उन्होंने रेंडम दो होम आइसोलेशन के संक्रमितों के परिवारों को फोन करने के लिए कहा। संक्रमित महिला को फोन करने पर उनके बेटे ने फोन उठाया। कुनाल सिलकु ने पूछा कि क्या आपको जरूरी दिशा निर्देश कंट्रोल रूम से मिले है। बेटे ने बताया कि उनकी मां की जांच 21 सितंबर को हुई थी। गड़बड़ी तब सामने आई, जब कागजों में उनकी मां की एंट्री 25 सितंबर को दर्ज मिली।

कुनाल सिलकु ने परिवार के अन्य सदस्यों के बारे में पूछा तो छह सदस्य उनके परिवार के मिले। लेकिन किसी को क्वारंटाइन नहीं किया गया। न ही किसी की जांच हुई थी। इन गड़बड़ियों पर ही सिलसिला नहीं थमा। रेंडम कॉल में एक सुभाषनगर के युवक को फोन किया गया। उनसे भी कोविड कंट्रोल रूम से पल्सऑक्सीटर, तापमान मांपने और दिक्कत होने पर कहां संपर्क करना है, ऐसे दिशा निर्देशों के बारे में पूछने पर युवक ने बताया कि उसको गाइडलाइन के बारे में कोविड सेंटर से पता नहीं चला है।

सिर्फ दो फोन कॉल में ही व्यवस्था पटरी से उतरती हुई नजर आने पर नोडल अधिकारी नवनीत सहगल नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि फीडबैंक, एंबुलेंस, सर्वे, अस्पताल, होम आइसोलेशन, जितनी टीमें उतने ही लीडर होने चाहिए। जोकि मानिटरिंग करें। समीक्षा के दौरान उन्हें किसी भी टीम का कोई इंचार्ज नहीं मिला। एक ऐसा पेंशेंट भी मिला, जिसकी एंटीजन से दो बार जांच हुई थी। उन्हाेंने नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसे व्यवस्था नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि बैंक, पुलिस लाइंस, आरटीओ, सरकारी विभागों में सोमवार से कैंप लगाइए। सैंपल लीजिए। ज्यादा से ज्यादा मरीजों से संपर्क करिए। संवेदनशील क्षेत्रों में सैंपल ज्यादा होंगेसंवेदनशील एरिया को चिन्हित करके ज्यादा से ज्यादा सैंपल किए जाने हैं।

प्रशासन ने क्लस्टर व्यवस्था लागू की थी। उम्मीद की जा रही है कि एक बार फिर सैंपल लेने के लिए वही व्यवस्था को लागू कराया जाए। सोमवार से डीएम नितीश कुमार भी कार्यालय में बैठने लगेंगे। इसके बाद कामों में तेजी आएगी। एक्स-रे, सिटी स्कैन करवाना है.. कहां करवाऊं नोडल अधिकारी ने एसीएमओ डाॅ गिरी से पूछा कि मैं होम आइसोलेशन में हूं। मुझे एक्स-रे और सिटी स्कैन करवाना है। मैं क्या करूं। डॉ. गिरी ने कहा कि कंट्रोल या अस्पताल में फोन करने पर मदद मिल जाएगी। नोडल ने पूछा कि नंबर कहां है। कैसे संपर्क करुं। नंबरों का प्रचार प्रसार करवाइए। लोगों को नहीं पता कि कहां मदद मिलेगी।

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