महज बैठकर oxygen level चेक करने की जगह छह मिनट की तेज चाल के बाद आक्सीजन चेके करें और जानें कोरोना संक्रमण का सही हाल

शरीर में कोरोना संक्रमण की फौरी यानी प्राथमिक पहचान के लिए अमूमन कोई भी घर बैठे पल्स आक्सीमीटर से आक्सीजन लेवल चेक करता है। अभी तक माना जाता रहा है कि अगर आक्सीजन लेवल (एसपीओ-2) 90 प्वाइंट से कम है तो कोरोना संक्रमण की आहट है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 07:51 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 07:51 AM (IST)
महज बैठकर oxygen level चेक करने की जगह छह मिनट की तेज चाल के बाद आक्सीजन चेके करें और जानें कोरोना संक्रमण का सही हाल
विश्व स्वास्थ्य संगठन की 31 मार्च की अनुशंसा पर आइसीएमआर ने हाल में जारी गाइडलाइन में रखा बिंदु।

बरेली, जेएनएन। शरीर में कोरोना संक्रमण की फौरी यानी प्राथमिक पहचान के लिए अमूमन कोई भी घर बैठे पल्स आक्सीमीटर से आक्सीजन लेवल चेक करता है। अभी तक माना जाता रहा है कि अगर आक्सीजन लेवल (एसपीओ-2) 90 प्वाइंट से कम है तो कोरोना संक्रमण की आहट है। लेकिन क्या आपको पता है कि विश्व भर में फैले संक्रमण का पता लगाना इतना आसान नहीं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की 31 मार्च को की गई अनुशंसा पर इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने हाल में एक गाइडलाइन जारी की है। जिसके मुताबिक बैठकर ही नहीं बल्कि करीब छह मिनट तेज चलने के बाद आक्सीजन लेवल चेक किया जाना चाहिए। विशेषज्ञ कार्डियो पल्मोनरी एक्सरसाइज टॉलरेंस (दिल व फेफड़ों का हाल) जानने के लिए इसकी पहले भी सिफारिश करते रहे हैं। लेकिन कोविड की प्राथमिक जांच संबंधी गाइडलाइन में यह हाल में शामिल हुआ है।

तीन प्वाइंट से कम होना चिंताजनक

वैक्सीन साइंस के राष्ट्रीय समन्वयक रहे डॉ.अतुल अग्रवाल बताते हैं कि नई गाइडलाइन के मुताबिक आराम से बैठकर पल्स आक्सीमीटर से चेक करें। उदाहरण के तौर पर आपका आक्सीजन लेवल 98 आया है। अब छह मिनट की तेज चाल चलें। अगर आक्सीजन लेवल 95-97 प्वाइंट के बीच है, तो स्थिति ठीक है। अगर 95 प्वाइंट से कम है तो खतरा मानकर तत्काल चेकअप कराएं। कुल मिलाकर आराम मुद्रा में की जांच के बाद छह मिनट की तेज चाल में तीन प्वाइंट के अंतर से ही सही स्थिति पता चलेगी।

बुजुर्गों के लिए तीन मिनट का समय

बच्चों, किशोर व युवाओं के लिए जहां छह मिनट की तेज चाल की जरूरत है। वहीं, गाइडलाइन के मुताबिक बुजुर्ग महज तीन मिनट चलने के बाद पल्स आक्सीमीटर से शरीर में आक्सीजन की मात्रा चेक कर सकते हैं। अगर तीन प्वाइंट से कम अंतर आ गया है तो ऐसी स्थिति में माना जाएगा कि शरीर में किसी तरह का संक्रमण है या फेफड़ों में कोई परेशानी है।

90 नहीं, 93 से नीचे पहुंचने पर खतरा

अभी तक डॉक्टर भी आक्सीजन लेवल 90 प्वाइंट से नीचे आने को कोरोना संक्रमण का खतरा मानते थे। लेकिन नई गाइडलाइन के मुताबिक किसी भी स्थिति में 93 प्वाइंट से कम आक्सीजन लेवल बेहद अलार्मिंग है। तत्काल कोविड जांच करानी चाहिए। जरूरी एहतियात बरतें।

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