बरेली में इंस्पेक्टर को डॉक्टर से दोस्ती कराना पड़ा महंगा, गवाएं पौने दो लाख, जानिए कैसे फंसे इंस्पेक्टर साहब

दोस्त का दूसरे से परिचय कराना एक इंस्पेक्टर को भारी पड़ गया। जिस इंस्पेक्टर ने डाक्टर दोस्त का दूसरे से परिचय कराया डाक्टर दोस्त ने उसे ही ठग लिया। नजदीकियां बढ़ाकर डाक्टर ने क्लीनिक संचालन के लिए युवक से पौने दो लाख रुपये ले लिये।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 09:58 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 09:58 AM (IST)
बरेली में इंस्पेक्टर को डॉक्टर से दोस्ती कराना पड़ा महंगा, गवाएं पौने दो लाख, जानिए कैसे फंसे इंस्पेक्टर साहब
बरेली में इंस्पेक्टर को डॉक्टर से दोस्ती कराना पड़ा महंगा, गवाएं पौने दो लाख

बरेली, जेएनएन। : दोस्त का दूसरे से परिचय कराना एक इंस्पेक्टर को भारी पड़ गया। जिस इंस्पेक्टर ने डाक्टर दोस्त का दूसरे से परिचय कराया, डाक्टर दोस्त ने उसे ही ठग लिया। नजदीकियां बढ़ाकर डाक्टर ने क्लीनिक संचालन के लिए युवक से पौने दो लाख रुपये ले लिये। रकम वापसी पर टालमटोल शुरु कर दिया। कोर्ट के आदेश पर सुभाषनगर पुलिस ने रघुनाथपुर नवाबगंज के रहने वाले आरोपित डाक्टर महेश बाबू गौतम के खिलाफ धोखाधड़ी समेत गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।

सुभाषनगर के राजीव कालोनी के रहने वाले नरेंद्र पाल ने बताया कि इज्जतनगर के रहने वाले इंस्पेक्टर सुनील कुमार से उनकी जान-पहचान है। एक दिन सुनील ने नबावगंज के रघुनाथपुर के रहने वाले डाक्टर महेश बाबू से नरेंद्र पाल की मुलाकात करा दी। डाक्टर ने नरेंद्र पाल के यहां आना-जाना शुरू कर दिया। नरेंद्र पाल ने आरोप लगाया कि 14 जून 2018 को महेश बाबू उनके घर पहुंचे।

क्लीनिक चलाने के लिए दो लाख रुपये की जरूरत बताई। भरोसा होने के चलते पौने दो लाख रुपये नरेंद्र पाल ने महेश बाबू को दे दिये। दो महीने तक रकम वापस न मिलने पर नरेंद्र ने रकम वापसी का दबाव बनाया। इस पर डाक्टर ने लिखित रूप में तय समय में रुपये वापस करने की बात कही। फिर मुकर गया, विरोध किया तो गाली-गालौच की। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस से की। सुनवाई न हुई तो वह कोर्ट पहुंचे। कोर्ट के आदेश पर सुभाषनगर पुलिस ने आरोपित डाक्टर महेश बाबू गौतम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की।

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