अब रेलवे के सफाई कर्मी कहलाएंगे चिकित्सालय सहायक, जानें गोरखपुर मंडल से जारी निर्देश में और क्या कहा गया

Indian Railway News रेलवे के चिकित्सा विभाग में कार्यरत सफाई कर्मचारियों को अब चिकित्सालय सहायक के नाम से जाना व पहचाना जाएगा। इसके संबंध में पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर मुख्यालय से सभी मंडलों के लिए निर्देश जारी किए जा चुके हैं।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 02:40 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 02:40 PM (IST)
अब रेलवे के सफाई कर्मी कहलाएंगे चिकित्सालय सहायक, जानें गोरखपुर मंडल से जारी निर्देश में और क्या कहा गया
पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर मुख्यालय से सभी मंडलों के लिए निर्देश जारी किए जा चुके हैं।

बरेली, जेएनएन। Indian Railway News : रेलवे के चिकित्सा विभाग में कार्यरत सफाई कर्मचारियों को अब चिकित्सालय सहायक के नाम से जाना व पहचाना जाएगा। इसके संबंध में पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर मुख्यालय से सभी मंडलों के लिए निर्देश जारी किए जा चुके हैं। यह बात शुक्रवार को इज्जतनगर मंडल स्थित नरमू के मंडल कार्यालय में हुई बैठक संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष बसंत चतुर्वेदी ने कही। उन्होंने बताया कि एआइआरएफ काफी समय से यह मांग करती आ रही थी कि रेलवे के चिकित्सा विभाग में कार्यरत ग्रुप डी कर्मचारी विशेषकर सफाईकर्मियों को सम्मानजनक पदनाम दिया जाये।

जिस पर विचार करते हुए महाप्रबंधक कार्मिक पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर ने तीनों मंडलों में चिकित्सा विभाग में कार्यरत ग्रुप डी कर्मचारी लेवल-1 जैसे चपरासी, जमादार, चौकीदार, सफाईवाला, मलेरिया मेट, मलेरिया खलासी इत्यादि का पदनाम संशोधित करते हुए चिकित्सालय सहायक पढ़े एवं समझा जाने हेतु आदेश जारी कर दिए हैं। बैठक में कामरान अहमद, कार्यकारी अध्यक्ष सीडी अवस्थी, मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मलिक, सोमनाथ बनर्जी, रोहित सिंह, हरीश भारती, महीप कश्यप, सुनील कुमार, कुलदीप, आरिफ हुसैन आदि मौजूद रहे।

अब वाहन डीलर्स खुद बुक कर सकेंगे गाडि़यों के वीआइपी नंबर : वाहनों का रजिस्ट्रेशन का कार्य जहां पहले ही डीलर्स को दे दिया गया था। वहीं अब डीलर्स को वीआइपी नंबर बुकिंग का कार्य भी दे दिया गया है। वाहन स्वामियों को वीआइपी नंबर का डीलर्स को ही भुगतान करना होगा। इस व्यवस्था के चलते अब वाहन स्वामियों के आरटीओ व दलालों आदि के चक्कर नहीं लगाने होंगे।सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन आरपी सिंह ने बताया कि मनचाहा नंबर चुनने के लिए पहले से ही ऑनलाइन सिस्टम है, हालांकि इसमें सिर्फ चुनिंदा वीआइपी नंबरों की ही बुकिंग की जा सकती है। एजेंसी पर सुविधा शुरू होने के बाद वीआइपी नंबरों के अतिरिक्त सभी तरह के नंबर निर्धारित शुल्क देकर बुक कराए जा सकते हैं। नई सुविधा का फायदा वाहन खरीदने वालों को मिलेगा। कम भागदौड़ में मनपसंद नंबर मिलने के साथ ही तुरंत गाड़ी रजिस्टर्ड कर नंबर अलॉट कर दिया जाएगा।

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