Indian Railway News : अब ट्रेन से नहीं टकराएंगे बेसारा गोवंश, रेलवे लगाएगा कई जगहों पर रेलिंग

Indian Railway News लगातार रेलवे ट्रैक पर बेसहारा गोवंश पहुंच रहे है। जो कई बार ट्रेन की चपेट में भी आ रहे है। इससे ट्रेन के साथ ही कई घण्टो के लिए पूरा रेलवे ट्रैक ही बाधित हो जाता है। बीते दिनों राजधानी भी कई घण्टे खड़ी रही थी।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 01:41 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 01:41 PM (IST)
Indian Railway News : अब ट्रेन से नहीं टकराएंगे बेसारा गोवंश, रेलवे लगाएगा कई जगहों पर रेलिंग
Indian Railway News : अब ट्रेन से नहीं टकराएंगे बेसारा गोवंश, रेलवे लगाएगा कई जगहों पर रेलिंग

बरेली, जेएनएन। Indian Railway News : लगातार रेलवे ट्रैक पर आवारा गोवंश पहुंच रहे है। जो कई बार ट्रेन की चपेट में भी आ जा रहे है। इससे ट्रेन के साथ ही कई घण्टो के लिए पूरा रेलवे ट्रैक ही बाधित हो जाता है। बीते दिनों राजधानी भी कई घण्टे खड़ी रही थी। बरेली सेक्शन में सबसे ज्यादा हादसा बिलपुर से पितांबरपुर के बीच होते हैं। ऐसे हादसों को रोकने के लिए आरपीएफ की ओर से कई बार पत्र इंजीनियरिंग विभाग को लिखे जा चुके हैं। किसी दिन तेज रफ्तार ट्रेन से आवारा पशुओं का झुंड टकराया तो ट्रेन पलटने का भी खतरा बना रहता है।

अप्रैल से 18 जुलाई तक बरेली सेक्शन में बिलपुर से पीतांबरपुर स्टेशन के बीच 6 बार गोवंशीय पशुओं के झुंड अलग-अलग ट्रेन से टकरा चुके हैं। हर बार हादसे के समय ट्रेन की रफ्तार 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा थी। लोको पायलट ने गाड़ियों को समय पर नियंत्रित कर लिया। यदि गाड़ी की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रतिघंटा रही होती तो इमरजेंसी ब्रेक लगाने पर ट्रेन डिरेल होने का भी खतरा रहता।

आरपीएफ निरीक्षक विपिन कुमार शिशौदिया ने बताया कि बिलपुर और पितांबरपुर के बीच सबसे अधिक आवारा पशुओं के झुंड हैं, जो अक्सर ट्रेन संचालन में बाधा बनते हैं। इस संबंध में क्षेत्रीय प्रधानों के साथ बैठक भी की गई। रेल इंजीनियरिंग विभाग के लिए पत्र भी लिखे गए हैं। ट्रैक किनारे उन क्षेत्रों में रेलिंग लगाकर पशुओं को पटरी पर आने से रोका जा सकता है। सबसे अधिक घटना वाली जगह पर रेलिंग लगाने के लिए इंजीनियरिंग विभाग को दुबारा पत्र लिखा गया है।

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