Indian Air Force Flypast : बरेली के आसमान पर आज दाेपहर 12 बजे दिखेगा खास नजारा, गुजरेगा भारतीय वायु सेना का 'सूर्य किरण' दस्ता

Indian Air Force Flypast बरेली के आसमान पर मंगलवार 11 बजने के चंद मिनट बाद ही एक खास नजारा होगा। ये है वायु सेना के विमानों का खास दस्ता सूर्य किरण जो भारतीय वायु सेना के राजदूत के रूप में पहचान रखने वाली खास विमानों की एरोबैटिक टीम है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 08:35 AM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 11:21 AM (IST)
Indian Air Force Flypast : बरेली के आसमान पर आज दाेपहर 12 बजे दिखेगा खास नजारा, गुजरेगा भारतीय वायु सेना का 'सूर्य किरण' दस्ता
Indian Air Force Flypast : बरेली के आसमान पर आज दाेपहर 12 बजे दिखेगा खास नजारा

बरेली, जेएनएन। Indian Air Force Flypast : बरेली के आसमान पर मंगलवार 12 बजते ही एक खास नजारा होगा। ये है वायु सेना के विमानों का खास दस्ता 'सूर्य किरण', जो भारतीय वायु सेना के राजदूत के रूप में पहचान रखने वाली खास विमानों की एरोबैटिक टीम है।

नौ विमानों की ये टोली पूर्वाह्न 11.25 बजे बरेली कैंट के ऊपर से गुजरेगी और यहां से चन्द सेकेंडों में नजरों से ओझल होते हुए एयर फोर्स स्टेशन हिंडन के लिए रवाना होगी। भारतीय वायु सेना यह आयोजन स्वर्णिम विजय वर्ष या 1971 के युद्ध में भारत की विजय के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में फ्लाईपास्ट कर मना रही है।

युवाओं को प्रेरित करने के उड़ेंगे जमीन के काफी नजदीक उड़ान 

ऐरोबेटिक टीम सूर्य किरण केवल अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए ही ये उड़ान नहीं भर रहे। बल्कि सम्मानित रक्षा सेवाओं में शामिल होने के लिए, युवाओं को प्रेरित करने के लिए, जमीन के करीब एरोबेटिक युद्धाभ्यास करने की अत्यंत चुनौतीपूर्ण भूमिका भी टीम निभाती है।

- 1996 में हुआ था सूर्य किरण का गठन 

सूर्य किरण टीम में 17 अधिकारी, 200 तकनीशियन शामिल हैं। टीम का गठन वर्ष 1996 में किया गया था और तब से यह भारतीय वायु सेना के आदर्श वाक्य 'टच द स्काई विद ग्लोरी' का पालन कर रहा है।

दुनिया की खास एरोबेटिक टीम में है शुमार 

अधिकांश पेशेवर वायु सेनाओं में एक फार्मेशन एरोबेटिक इकाई होती है। देश की यह एरोबेटिक टीम खास तौर से दुनिया की एयरक्राफ्ट फार्मेशन एरोबेटिक टीम में से एक है।

हिंडन से ही उड़ान की शुरुआत 

12 अक्टूबर की सुबह वायु सेना की गतिविधियां हिंडन से सुबह 10.30 बजे शुरू होंगी। यहां से 10.59 पर रानीखेत, घोरखोल सैनिक स्कूल से पूर्वाह्न 11:10 बजे। रुद्रपुर पर 11:16 बजे होते हुए 11.25 बजे बरेली कैंट पहुंचेगा। वायु सेना के इस रोमांचक कार्यक्रम के साथ बने रहने के लिए और राजदूतों की एक झलक पाने के लिए इंस्टाग्राम, ट्विटर और फेसबुक पर भी लाइक कर सकते हैं।सूर्यकिरण_आईएफ' को फालो कर सकते हैं। 

मौसम की खराबी से बदला समय

एयरफ्लाई पास्ट का समय मौसम की खराबी के चलते बदल दिया गया है। अब यह खास नजारा दोपहर बारह बजे बरेली के आसमान पर दिखेगा। इसके पहले इसे 11 25 पर दिखना था।

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