बरेली के इस श्मशान भूमि में पीएनजी गैस मशीन ने फिर तोड़ा दम, जानिए अब क्या हाे रही परेशानी
सिटी श्मशान भूमि में लगातार चलने के कारण मंगलवार की दोपहर फिर पीएनजी गैस मशीन ने दम तोड़ दिया। इस कारण शवों का अंतिम संस्कार मजबूरन पार्किंग में भी जगह मिलने के बाद करना पड़ा। बुधवार को भी यही हाल रहा।
बरेली, जेएनएन। सिटी श्मशान भूमि में लगातार चलने के कारण मंगलवार की दोपहर फिर पीएनजी गैस मशीन ने दम तोड़ दिया। इस कारण शवों का अंतिम संस्कार मजबूरन पार्किंग में भी जगह मिलने के बाद करना पड़ा। बुधवार को भी यही हाल रहा। मंगलवार को दूसरे शव की अंत्येष्टि के दौरान ही मशीन जवाब दे गई। बुधवार को भी मशीन की मरम्मत न हो पाने की वजह से शवों के साथ पहुंचे परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
गैस शवदाह गृह से संस्कार करने में ढाई घंटे का वक्त लगता है। लेकिन, मशीन के सही न होने की वजह से लोगों ने दो-दो घंटे इंतजार कर शव का संस्कार किया। शव का अंतिम संस्कार करने के लिए पहुंचे स्वजनों का यही कहना था कि अगर मशीन ठीक होती तो ज्यादा दिक्कतों का सामना न करना पड़ता। बुधवार को सिटी श्मशान भूमि में चार कोविड और 28 सामान्य शवों का अंतिम संस्कार किया गया। संजयनगर श्मशान भूमि में दस कोविड और 23 सामान्य शवों की अंत्येष्टि की गई। वहीं गुलाबबाड़ी श्मशान भूमि में सात शवों में छह शवों का संस्कार कोविड प्रोटोकॉल से किया गया।
विद्युत शवदाह गृह शुरू हो जाने के बाद नहीं होगी कोई परेशान
शव का अंतिम संस्कार करने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए सिटी श्मशान भूमि में विद्युत शवदाह गृह का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके शुरु हो जाने के बाद लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। मंगलवार की रात एक चैंबर सिटी श्मशान भूमि में पह़ुंच गया। श्मशान भूमि में पदाधिकारियों की ओर से दो सप्ताह के भीतर इसके शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।